कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस के जख्मों पर एक बार फिर से नमक छिड़कने का काम किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि ‘रूस एक ही चीज चाहता था, हमें नष्ट करना। इसके बजाय, आज हम यूक्रेन के 33वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहे हैं। और दुश्मन जो जंग हमारी जमीन पर लाया था, वह अब उसके घर वापस आ गई है। यूक्रेन के 33वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने भाषण में जेलेंस्की ने कहा कि जंग का दायरा अब रूसी इलाके में फैल गया है। जेलेंस्की ने अपना भाषण सुमी से दिया, जो रूसी सीमा के नजदीक का इलाका है, जहां इस महीने की शुरुआत में यूक्रेनी सेना रूस में घुस गई थी। 
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मॉस्को से जुड़े धार्मिक संगठनों पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून पर भी दस्तखत किए हैं। जो यूक्रेन पर रूस के हमले का समर्थन करने के आरोप में आर्थोडॉक्स चर्च की एक शाखा के साथ संबंध खत्म करने को दिखाता है। इस महीने की शुरुआत में संसद से पास एक कानून यूक्रेनी सरकार को इन संस्थानों को बंद करने का कानूनी अधिकार देता है। इससे रूस के साथ संबंध और भी खराब हो जाएंगे और यूक्रेन की स्वतंत्र धार्मिक पहचान मजबूत होगी। जेलेंस्की ने चेतावनी दी कि जो लोग यूक्रेन को सिर्फ एक बफर जोन में बदलने का इरादा रखते थे, उन्हें अब अपने देश की संभावनाओं के बारे में चिंतित होना चाहिए कि उनका अपना देश कहीं बफर फेडरेशन न बन जाए। इसके साथ ही यूक्रेन ने रोम संधि की पुष्टि करके अंतरराष्ट्रीय न्याय के साथ जुड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है, जिससे देश को इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) में शामिल होने की अनुमति मिल गई है।
यूक्रेन के ड्रोन हमले के बाद रूस के वोरोनिश इलाके में रूसी सरकार ने इमरजेंसी लगी दी है। वोरोनिश इलाके का एक हिस्सा यूक्रेन के साथ सीमा साझा करता है। इलाके के गवर्नर अलेक्जेंडर गुसेव के मुताबिक रूसी सेना ने 5 ड्रोन को सफलतापूर्वक रोका। बहरहाल यूक्रेन के ड्रोन हमलों से मलबे में आग लग गई, जिससे वहां मौजूद विस्फोटक पदार्थों में धमाका हो गया। मगर इससे नागरिक ढांचों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इसके बावजूद एहतियाती उपाय किए गए। जिसमें तीन बस्तियों में इमरजेंसी प्रोटोकॉल को लागू किया गया और 200 लोगों को उनके घरों से निकालना शामिल है।