सीरिया ने भारतीय फुटबॉल टीम के खिलाफ इंटरकॉन्टिनेंटल कप फुटबॉल टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए 3-0 से जीत कर खिताब अपने नाम कर लिया। सीरिया के लिए महमूद अल असवाद (सातवें), दालेहो ईरानदुस्त (76वें) और पाब्लो सब्बाग (90+6 मिनट) ने गोल दागे। भारत को इससे पहले तीन सितंबर को मॉरीशस ने गोलरहित बराबरी पर रोका था, जबकि सीरिया ने मॉरीशस को 2-0 से हराया था।

मार्केज के कार्यकाल की निराशाजनक शुरुआत 
इस नतीजे का मतलब है कि मनोलो मार्केज ने भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में शुरुआत हार के साथ की है। इगोर स्टिमक को कोच पद से बर्खास्त करने के बाद मार्केज ने यह पद संभाला था, लेकिन भारतीय टीम का प्रदर्शन निराशाजन रहा। भारत ने इस टूर्नामेंट का खिताब 2018 और 2023 में जीता था, जबकि सीरिया की यह पहली ट्रॉफी है। सीरिया की टीम 2019 में तीसरे स्थान पर रही थी। मालूम हो कि इस टूर्नामेंट में राउंड रॉबिन लीग में शीर्ष पर रहने वाली टीम विजेता बनी और कोई फाइनल मुकाबला नहीं खेला गया। सीरिया ने राउंड रॉबिन लीग में सर्वाधिक छह अंक बटोरे। भारत और मॉरीशस के खाते में गोलरहित ड्रॉ के बाद 1-1 अंक रहा।

भारतीय धरती पर सीरिया की पहली खिताबी जीत है। सीरिया 2007 और 2009 में भारत से नेहरू कप का फाइनल हारा था, जबकि 2012 में चौथे स्थान पर रहा। पिछली बार सीरियाई टीम 2019 में भारत आई थी और इंटर कॉन्टिनेंटल कप में तीसरे स्थान पर रही थी। भारत की सीरिया के हाथों लगातार दूसरी हार है। जनवरी में कतर में एशियन कप में सीरिया ने भारतीय टीम को 1-0 से हराया था