महाराष्ट्र के एक बड़े नेताएकनाथ खडसे (Eknath Khadse) ने खुलासा किया है कि देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें राज्यपाल पद का ऑफर किया था. फडणवीस ने कहा था कि वह पूरे मन से प्रयास करेंगे. एकनाथ खडसे ने एबीपी माझा से बातचीत में कहा है कि उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला इसलिए किया क्योंकि दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें बुलाया था.

एकनाथ खडसे ने कहा, ''देवेंद्र फडणवीस ने एक दिन मुझे फोन किया. जैसा कि आप कहते हैं, पंकजा मुंडे को न्याय देने की कोशिश की. उस वक्त हम दोनों ही थे. देवेंद्र फडणवीस ने मुझसे कहा, नाथाभाऊ मैं राज्यपाल पद के लिए आपकी सिफारिश करता हूं. मैंने कहा कि देवेंद्र जी, सच बताइये, आपने मुझसे कई बार कहा कि ये करोगे, वो दोगे, लेकिन कुछ नहीं हुआ, इसलिए मुझे विश्वास नहीं होता.''

मेरे गले में डाल दिया बीजेपी का पटका- खडसे
खडसे ने आगे कहा, ''मुझे नहीं पता कि आगे क्या हुआ लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने मुझे आश्वासन दिया. यह 2019 की बात है.'' खडसे ने आगे दावा करते हुए कहा, ''जिस वक्त मैंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसला किया, उस दौरान मैं बीजेपी में शामिल नहीं होना चाहता था.  दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं ने मुझे बुलाया. जब मैं दिल्ली में था तो जेपी नड्डा और विनोद तावड़े की मौजूदगी में बीजेपी में एंट्री हुई.  इस मौके पर रक्षा खडसे भी मौजूद रहीं.''

एकनाथ खडसे ने कहा, ''उस वक्त उन्होंने मेरे गले में बीजेपी का पटका डाल दिया. इस घटना के 5 से 6 महीने बाद भी बीजेपी ने मेरी एंट्री की घोषणा नहीं की है. मैं अभी भी इंतजार कर रहा हूं लेकिन अभी तक कोई घोषणा नहीं हुई है."

बीजेपी में शामिल होने के लिए खुद कहना अपमानजनक - खडसे
खडसे ने आगे बीजेपी पर हमला करते हुए कहा,  ''मैंने कभी नहीं कहा कि मैं एंट्री लूंगा. मुझसे कहा गया कि आप आ जाओ. इसके बाद मैं शरद पवार और जयंत पाटील से चर्चा करने गया. 40 साल तक बीजेपी के लिए काम किया. पार्टी के लिए पूरा महाराष्ट्र जीत लिया. इतना सब कुछ होने के बाद भी आपसे मुझे बीजेपी में शामिल करने के लिए कहना मेरे लिए बहुत अपमानजनक है.''