वाराणसी । स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2024 में वाराणसी दो पायदान  निचे खिसक गया है। इस सर्वेक्षण में वाराणसी पिछले वर्ष 11वें स्थान पर था। विगत वर्ष टॉप टेन में आगरा, लखनऊ और कानपुर थे।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय राष्ट्रीय स्वच्छ वायु प्रदूषण कार्यक्रम चला रहा है, इसके अंतर्गत प्रत्येक वर्ष स्वच्छ वायु सर्वेक्षण होता है। इस सर्वेक्षण में अपशिष्ट प्रबंधन, वाहन उत्सर्जन ओद्योगिक उत्सर्जन आदि के आधार पर शहरों का मूल्यांकन किया जाता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नें स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024 में दस लाख से अधिक आबादी वाले 43 शहरों में बनारस को 13वें स्थान पर रखा है, यदपि की कुछ माह पूर्व गंगा नदी पर बसें शहरों में किये गए स्वच्छ सर्वेक्षण में वाराणसी नम्बर 1पर था।
इस समय किये गए सर्वेक्षण में वाराणसी को 200 में 176.5 अंक प्राप्त हुए हैं।चुकि वाराणसी प्राचीन शहर है, इसलिए यहां की बसावट  नियोजित ढंग से नहीं है, दूसरा इस शहर पर उत्तरप्रदेश के आसपास के जनपदों के अलावा आसपास के राज्यों जैसे -बिहार, मध्यप्रदेश, झारखण्ड और छत्तीसगढ़ के लोगों की आबादी का  भी दबाव रहता है। यहाँ के दो मशहूर गंगा घाट -हरिश्चन्द्र घाट एवं मनिकार्निका घाट पर वाराणसी के अलावा अन्य जनपदों से भी शव जलाने हेतु यही लाये जाते है, जो वायु प्रदूषण के बड़े कारक हैं।