भारत ने U-17 विश्व चैंपियनशिप के महिला वर्ग में अपना दबदबा जारी रखा और काजल देश की पांचवीं पहलवान बनीं जिन्होंने अम्मान में चल रहे इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता। काजल ने शुक्रवार को 69KG भार वर्ग में यूक्रेन की ओलेकसांद्रा रिबाक को 9-2 के फैसले से हराया। हालांकि, एक अन्य भारतीय श्रुतिका 46KG वर्ग के फाइनल में जापान की यू कात्सुमे की चुनौती से पार नहीं पा सकीं और महज 40 सेकेंड में उन्हें हार का सामना करना पड़ा जिससे उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। 

भारत की एक अन्य पहलवान राज बाला ने जापान की मोनाका उमेकावा को 11-5 से हराकर 40KG भार वर्ग में कांस्य पदक जीता, जबकि मुस्कान ने 53KG के कांस्य प्लेऑफ मैच में अमेरिका की इसाबेला गोंजालेस को तकनीकी श्रेष्ठता से मात देकर भारत के खाते में एक और पदक पक्का डाला। हालांकि, राजनिता को 61KG के कांस्य पदक प्लेऑफ में अजरबैजान के हिउनाई हुरबानोवा के हाथों हार का सामना करना पड़ा। वह एकमात्र भारतीय महिला रहीं जो पदक लाने से चूक गईं। 

भारतीय महिला पहलवानों ने जीते आठ पदक 
भारतीय महिला पहलवानों ने आठ पदकों के साथ अपने अभियान का समापन किया जिसमें पांच स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं। भारत के लिए इससे पहले अदिति कुमारी (43KG), नेहा (57KG), पुलकित (65KG) और मानसी लाथेर (73KG) ने शनिवार को अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे।

पुरुष पहलवानों का निराशाजनक प्रदर्शन
भारतीय महिला पहलवानों ने जहां शानदार प्रदर्शन किया, वहीं पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवान प्रभावित नहीं कर सके। शुक्रवार को भारत के पांच पुरुष पहलवान मैट पर उतरे, लेकिन कोई भी सेमीफाइनल में जगह नहीं बना सके। इन पहलवानों का प्रदर्शन इतना खराब रहा कि सिर्फ हर्ष और वेविक ही एक दौर में जीत हासिल कर सके। हर्ष ने 48KG भार वर्ग में एरबोल बोलोतोव पर 6-2 से जीत दर्ज की, लेकिन क्वार्टर फाइनल में चिंगिस सैरिग्लार से हार गए।