पटना। बिहार विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार विपक्ष पर भड़ग गए। वेल में जाकर विरोध कर रहे विपक्षी खेमे की महिला सदस्य पर टिप्पणी की। उनको राजद की मंशा को लेकर सचेत रहने की नसीहत दी। सीएम की इस नाराजगी पर महिला विधायक रेखा पासवान ने प्रतिक्रिया दी तो वहीं इंडिया गठबंधन के विरोध को बीजेपी विधायक ने मुद्दा विहिन प्रदर्शन बताया। रेखा पासवान ने कहा कि हम लोग विधानसभा में आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। हम मांग कर रहे थे कि आरक्षण को 9वीं अनुसूची से क्यों हटाया गया? इतने पर सीएम नीतीश सदन में भड़क उठे।
उन्होंने आगे कहा हमें सीएम पर भरोसा नहीं हुआ कि वह एक महिला पर इतना गुस्सा हो जाएंगे। ऐसा लगा कि हमारी आवाज को दबाने के लिए सदन में इस तरह से सीएम बोल रहे हैं। रेखा ने कटाक्ष किया कि शायद वह किसी और बात की खुन्नस निकाल रहे थे। राजद विधायक ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया है। वह शायद इससे काफी गुस्से में हैं और इसलिए कहीं का गुस्सा कहीं निकाल रहे हैं। नीतीश कुमार की उम्र हो गई है। वह क्या बोलते हैं शायद उन्हें भी पता नहीं होता है।
विधायक पासवान ने सीएम के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें नीतीश कुमार ने सदन में कहा था कि महिला हो और तुम समझती नहीं हो। इन लोगों ने महिलाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया। राजद के समय महिलाओं को कभी बोलने की इजाजत नहीं थी। हम लोग जितने भी आरक्षण से आए हैं। भीमराव अंबेडकर की देन है कि आरक्षण से विधायक बने हैं। हमारे पर कृपा नीतीश कुमार की नहीं, बल्कि लालू यादव, तेजस्वी यादव की है। सभी ने देखा कि किस तरह से सीएम नीतीश ने एक महिला को सदन में जलील किया है। वह कहते हैं हम महिला को सम्मान देते है, लेकिन, सम्मान के नाम पर वह इस तरह से अपमान करते हैं।
वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा देश में 60 साल तक इनकी सरकार रही। पीएम मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। लेकिन, वह बिहार नहीं आए। अब जब बिहार के विकास के लिए पीएम मोदी ने खजाना खोला है तो उन्हें अब काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करना है। यहां कानून व्यवस्था का राज है, जो कानून का पालन नहीं करेगा, उसे सबक सिखाया जाएगा।