गांधीनगर | आगामी मानसून में संभावित आपदा से निपटने के लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं| राज्य के मुख्य सचिव राजकुमार ने गांधीनगर में कहा कि राज्य में मानसून के दौरान किसी भी तरह की जानहानि से बचने के लिए प्रशासन को अभी से पूरी तरह तैयार होना जरूरी है| मुख्य सचिव राजकुमार ने अग्रिम योजना और तैयारियों की समीक्षा के लिए आज गांधीनगर में राज्य के सभी विभागों और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों, सेना के तीनों अंगों के प्रतिनिधियों, केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और प्रशासन के सभी अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्य सचिव ने कहा कि आपदा प्रबंधन के तहत राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में आपदा मित्रों को प्रशिक्षित कर सुसज्जित किया जायेगा| जिन क्षेत्रों में पिछले दिनों भारी वर्षा हुई है, उनकी भी अब समीक्षा की जानी चाहिए और अगले मानसून के लिए आवश्यक तैयारी की जानी चाहिए ताकि एहतियात के तौर पर क्षति को रोका जा सके। जानहानि से बचने के लिए शहरी क्षेत्रों में पुराने खतरनाक मकानों को स्थल जांच के बाद तुरंत खाली कराया जाना चाहिए। उन्होंने प्रशासन को मानसून की तैयारियों को लेकर जगह-जगह मॉक ड्रिल करने और मानसून के दौरान सरदार सरोवर, उकाई सहित डेमो में पानी की स्थिति की पहले से जानकारी लेने के निर्देश दिए| गांधीनगर में मानसून पूर्व तैयारी पर आयोजित बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि संभावित आपदा के लिए जितनी अग्रिम तैयारी विकसित की जाएंगी, हम उतनी ही तेजी से राहत अभियान चला सकेंगे ताकि कम से कम क्षति हो| उन्होंने सभी विभागों को आवश्यक उपायों के साथ आपदा प्रबंधन योजनाएं तैयार करने को कहा| साथ ही राज्य प्रशासन, केंद्र सरकार के कार्यालयों, सुरक्षा एजेंसियों के बीच प्रभावी समन्वय पर भी जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने सिस्टम से राज्य में आश्रय घरों में सुविधाओं की जांच करने और तहसील स्तर से तहसील गांवों तक सूचना के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संभावित स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें और एसडीआरएफ की 11 टीमें राज्य में उपलब्ध रहेंगी, जिन्हें आवश्यकता के अनुसार तैनात किया जा सकता है। ये टीमें पर्याप्त नावों, लाइफ जैकेट और उन्नत संचार सुविधाओं से लैस होंगी। केंद्रीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने अगले मानसून के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि संभावित मॉनसून केरल में 31 मई 2024 के आसपास दस्तक देगा| संभावना है कि इस साल गुजरात में मॉनसून विगत वर्षों की तुलना में पहले पहुंचेगा| मौसम विभाग की ओर से हर सप्ताह बारिश की आवश्यक जानकारी दी जायेगी| समीक्षा बैठक में राज्य के संबंधित विभागों गृह, सिंचाई, जल नागरिक आपूर्ति, स्वास्थ्य, जीएसडीएमए, सरदार सरोवर, सड़क और भवन, बंदरगाह और परिवहन, वन, कृषि और पशुपालन के साथ-साथ राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के समन्वय से केंद्रीय सुरक्षा बल मानसून तैयारियों के संबंध में एसईओसी द्वारा विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। इस बैठक में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, सूचना, इसरो, सेना के तीनों अंगों, बीएसएफ, तटरक्षक बल, एनडीआरएफ, दूरदर्शन, आकाशवाणी, भारतीय रेलवे के अधिकारी और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे|