मुंबई। राज्यसभा चुनाव को लेकर चढ़ा महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ने लगा है. क्योंकि इन चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्ष के इंडिया गठबंधन के बीच दिलचस्प मुकाबला होने की संभावना है. खास तौर पर महाराष्ट्र में भाजपा महायुति में आपस में ही जमकर रस्साकशी होने के आसार हैं. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में सात राज्यों की 10 लोकसभा सीटों पर राज्यसभा सांसदों ने जीत हासिल की है. इसके बाद इन सांसदों के राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा देने से उच्च सदन की 10 सीटें खाली हो गई हैं. ऐसे में इन सीटों में से सात सीटें बीजेपी के पास, दो सीटें कांग्रेस के पास और एक सीट आरजेडी के पास थी. रिक्त हुई सीटों में से महाराष्ट्र की दो सीटें भी शामिल है. हालांकि चुनाव आयोग ने अब तक इन 10 राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की है, लेकिन चुनाव जल्द होना तय है. राज्यसभा सांसदों का चुनाव राज्यों में विधायकों की ओर सिंगल ट्रांसफरेबल वोट सिस्टम के जरिए किया जाता है. विधायक हर सीट के लिए वोट नहीं कर सकते हैं. इसकी जगह विधायकों को अपनी पसंद के क्रम में अलग-अलग उम्मीदवारों को वोट देना होता है. यही कारण है कि राज्यसभा में चुने जाने की संभावना राज्य में पार्टी विशेष के विधायकों की संख्या पर निर्भर करेगा, हालांकि, यदि विधायक क्रॉस वोटिंग करते हैं तो स्थिति बदल सकती है. महाराष्ट्र में इंडिया अलायंस राज्यसभा में सीट पाने के लिए उतना मजबूत नहीं है, जिसके चलते वो अपने उम्मीदवार नहीं उतारेंगे. ऐसा लग रहा है, महायुति यानी बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के पास 218 तो वहीं महाविकास आघाड़ी के पास महज 78 विधायक ही हैं. बहरहाल राज्यसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ा हुआ है और सभी राजनीतिक पार्टियां जोड़-तोड़ में उलझी हुई है.