भोपाल । सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने के लिए कवायद जनवरी से शुरू हो गई थी, लेकिन विभागीय लेटलतीफी के चलते अभी किन स्कूलों में प्री- प्राइमरी की कक्षाएं शुरू होना है, इसकी जानकारी प्राचार्यों तक नहीं पहुंची है। अभी सिर्फ सीएम राइज स्कूलों में ही आधी-अधूरी जानकारी दी गई है। ऐसे में 25 दिन बाद प्री-प्राइमरी की कक्षाएं शुरू करना आसान नहीं है।
प्रदेश सरकार की ओर से निजी स्कूलों की तर्ज पर नए शैक्षणिक सत्र में 15 जून से नर्सरी, केजी 1, केजी 2 की कक्षाएं शुरू हो रही हैं। विभागीय आपसी तालमेल कमजोर होने के चलते जानकारियां प्रत्येक स्कूलों में नहीं पहुंची हैं। अभी जिला स्तर पर सीएम राइज स्कूल में भी सिर्फ प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू करना है, यह निर्देश दिए गए हैं, जबकि भोपाल के अधिकारियों का कहना है कि स्कूलों का दायरा बढ़ाया गया है। स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश चल रहा है। ऐसे में विभागीय जानकारी संबंधित स्कूल तक नहीं पहुंची है। नए शैक्षणिक सत्र शुरू होने में अब एक महीने से भी काम का समय बचा है। तकरीबन 10 दिन बाद स्कूलों में शिक्षकों की आमद हो जाएगी। इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया में अमल हो पाएगा। प्री-प्राइमरी की कक्षाएं शुरू करने से पहले प्रत्येक स्कूल को इसके लिए शिक्षकों की भर्ती भी करना होगी। इसके निर्देश अलग से जारी होंगे। अब स्कूल खुलने के 2 सप्ताह में कक्षाएं भी शुरू करना है, शिक्षकों की भर्ती भी करना है। व्यावहारिक तौर पर यह संभव नहीं है, वहीं जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों की माने तो अभी भोपाल जिले के कितने स्कूलों में प्री-प्राइमरी की कक्षाएं शुरू होंगी, इस पर भी निर्णय नहीं लिया गया है।


पहले चुनाव, अब परीक्षा... छुट्टियां सिमटने पर शिक्षक नाराज
लोकसभा चुनाव के चलते लंबे समय शिक्षकों ने अलग-अलग क्षेत्रों में मोर्चा संभाला था। इसी दौरान परीक्षा और परिणाम भी जारी किए गए। अब फिर से राज्य ओपन बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। इसके साथ ही समर कैंप के निर्देश भी कुछ एक स्कूलों में लागू हुए हैं। ऐसे में शिक्षकों का कहना है कि उनका ग्रीष्मकालीन अवकाश कम होता जा रहा है। इस बार 1 जून से शिक्षकों को स्कूल में आमद दर्ज करना है। शिक्षकों का कहना है कि जब विद्यार्थियों को 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश दिया गया तो हमको भी इसी प्रकार से अवकाश की पात्रता होनी चाहिए।