भोपाल । भीषण गर्मी में सोमवार को मूल्यांकन केंद्र पर पहुंचे शिक्षक की मौत हो गई। सरकारी स्कूलों के पांचवीं-आठवीं कक्षा के चल रहे मूल्यांकन के दौरान केंद्रों पर भारी अव्यवस्थाएं सामने आ रही है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा इस बार पांचवीं-आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की गई है। मूल्यांकन कार्य बीती 16 अप्रैल से शुरू हुआ है। मूल्यांकन कार्य सुबह साढ़े 10 से पांच बजे तक चल रहा है। इसी में एक मूल्यांकन केंद्र शासकीय कन्या उमावि बैरसिया बनाया गया है। इस केंद्र पर ललरिया संकुल की प्राथमिक शाला बबचया के प्राथमिक शिक्षक मुजफ्फर की ड्यूटी लगी हुई थी। सोमवार सुबह मुजफ्फर करोंद से उमावि कन्या विद्यालय बैरसिया पहुंचे। भीषण गर्मी में पहुंचे शिक्षक ने स्कूल पहुंचते ही प्राचार्य विनोद कुमार राजौरिया से कहा कि उन्हें तबीयत खराब लग रही है। उन्हें छुट्टी चाहिए। प्राचार्य ने छुट्टी स्वीकृत कर दी। तबीयत खराब होने पर वे आटो से बैरसिया बस स्टैंड पहुंचे। लेकिन बस में चढऩे से पहले वे आटो में ही बेहोश हो गए। आटो चालक दोबारा उन्हें स्कूल लेकर पहुंचा। स्कूल के शिक्षक उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने जांच कर मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम करवाया। परिजनों ने बताया कि है कि शिक्षक हेपेटाइटिस-बी बीमारी से ग्रस्त थे। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।