श्रीलंका के हालात हर बीतते दिन के साथ और भी बदतर होते जा रहे हैं। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है और वे खाने-पीने के लिए भी मोहताज हैं। अब कर्ज के जाल में फंसी सोने की लंका को उबारने के लिए राष्ट्रपति राजपक्षे ने नया दांव आजमाते हुए नई वित्तीय टीम नियुक्त की है।  कर्ज के जाल में फंसकर कंगाल हुई सोने की लंका को फिर से उबारने के लिए अब श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने नया दांव आजमाया है। उन्होंने आर्थिक और वित्तीय विशेषज्ञों का एक सलाहकार समूह नियुक्त किया है जो ये बताएगा कि कर्ज के इस भयानक जाल से कैसे निपटा जाए।

देश में कुकिंग गैस और बिजली की भारी कमी है, देश में 10 घंटे से ज्यादा की बिजली कटौती हो रही है। महंगाई एशिया में सबसे अधिक श्रीलंका में हो चुकी है। यहां लोगों को एक ब्रेड का पैकेट भी 0.75 डॉलर (150) रुपये में खरीदना पड़ रहा है। यहीं नहीं मौजूदा समय में एक चाय के लिए लोगों के 100 रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं। देश में एक किलो मिर्च की कीमत 710 रुपये हो गई, एक ही महीने में मिर्च की कीमत में 287 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यही नहीं  बैंगन की कीमत में 51 फीसदी बढ़ी,  तो प्याज के दाम 40 फीसदी तक बढ़ गए। एक किलो आलू के लिए  200 रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं।