अब लोग घर बैठे ही ट्रेनों से जाने वाले अपने पार्सल का मॉनिटरिंग और लाइव स्टेटस ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें स्टेशन पर फोन कर पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मोबाइल फोन पर बुकिंग से लेकर लोडिंग और अनलोडिंग तक की अपडेट जानकारी मिलती रहेगी। फिलहाल इस व्यवस्था को हटिया स्टेशन पर लागू किया जा रहा है। इससे यात्रियों को सहूलियत होगी। कई दफा पार्सल सामान की मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी होती है। इससे लोगो को निजात मिलेगा।

पहले चरण में देश के बड़े स्टेशनों पर लागू किया गया था। दूसरे चरण में हटिया स्टेशन से हो रहा है। 25 मार्च से इस नई व्यवस्था का उद्घाटन दक्षिण पूर्व रेलवे की जीएम अर्चना जोशी करेंगी। जबकि तीसरे चरण में रांची रेलवे स्टेशन, झालदा स्टेशन , मुरी स्टेशन और  तोरांग स्टेशन पर व्यवस्था लागू होगी।

पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम के तहत पार्सल पर बार कोड लगाए जाएंगे। पार्सल को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने की कवायद चल रही है। कंप्यूटराइज्ड व्यवस्था से पार्सल से संबंधित प्रक्रियाएं पूरी तरह गुणवत्तापरक व आसान हो जाएगी। बुकिंग से संबंधित सभी जानकारी कंप्यूटराइज्ड हो जाएगी।

पार्सल समय से नहीं पहुंचने पर कई बार लोग अपने सामान के लिए शिकायत ट्वीट एवं पत्रों के माध्यम से रेलवे प्रशासन को करते हैं। इससे दोनों को भी परेशानी होती है। कुछ सामान के निर्धारित गंतव्य पर पहुंचने में महीनों लग जाते हैं। लेकिन पार्सल मैनेजमेंट के तहत व्यवस्था में काफी सुधार आएगा।  कुछ उपभोक्ता थक-हार कर सामान को भूल जाते हैं। कुछ कोर्ट की शरण लेते हैं।

रेलवे पार्सल व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए इसकी शुरुआत की जाएगी। पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम के तहत संबंधित रेलकर्मियों को जीपीएस आधारित हैंड हेल्ड टर्मिनल भी उपलब्ध कराया जाएगा।

किसी उपभोक्ता का अगर पार्सल के दौरान दिए गए रिसिप्ट गुम हो जाता है तो उसे पार्सल नहीं दिया जाता है। इसके लिए उसे एक बॉन्ड भरना पड़ता है। जबकि इस व्यवस्था के तहत अगर उपभोक्ता का रिसिप्ट गुम हो जाए भी तो परेशान होने की जरूरत नहीं है बल्कि उपभोक्ता को उसका पार्सल मिल जाएगा।