सनातन धर्म में एकादशी तिथि का बड़ा महत्व माना जाता है. साल के प्रत्येक महीने में दो एकादशी के व्रत रखे जाते हैं. जिसमें एक शुक्ल पक्ष और दूसरा कृष्ण पक्ष की एकादशी. फागुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंग भरी अथवा आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक रंगभरी एकादशी तिथि 20 मार्च को है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के साथ भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा आराधना करने का विधान है. ऐसा कहा जाता है कि इस दिन विधि विधान से पूजा आराधना करने से मनुष्य को शुभ फल की प्राप्ति होती है.

अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के मुताबिक रंगभरी एकादशी तिथि की शुरुआत इस वर्ष 20 मार्च को रात्रि 12ः21 से होगी, जिसका समापन 31 मार्च को सुबह 2ः22 पर होगा. ऐसे में रंगभरी एकादशी का व्रत 20 मार्च को रखा जाएगा. इस दिन अगर आप सुखी वैवाहिक जीवन जीना चाहते हैं तो रंग भरी एकादशी के दिन तुलसी से जुड़े कुछ उपाय करने चाहिए.

करें ये उपाय
अगर आप अपने दांपत्य जीवन में सुखी चाहते हैं तो फिर रंग भरी एकादशी के दिन तुलसी के पौधे में कलावा बांधना चाहिए. सुखी वैवाहिक जीवन की प्रार्थना करनी चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से माता तुलसी और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है और वैवाहिक जीवन सुख मय रहता है.
इसके अलावा रंग भरी एकादशी तिथि के दिन तुलसी के पौधे को सुहाग की सामग्री के साथ लाल चुनरी अर्पित करना चाहिए. मान्यता के मुताबिक ऐसा करने से दाम्पत्य जीवन में कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं.

इसके साथ रंग भरी एकादशी तिथि के दिन पूजा के दौरान माता तुलसी के मंत्रों का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिल सकता है.

महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।।