आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिले के ताडेपल्ली में विपक्षी पार्टी के निर्माणाधीन केंद्रीय कार्यालय को शनिवार को बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया गया है। इसके बाद वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने आरोप लगाया कि उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए यह तोड़फोड़ हुई है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट कर बताया कि चंद्रबाबू नायडू प्रतिशोध की राजनीति कर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्यालय को ध्वस्त कर प्रतिशोध की राजनीति को अगले स्तर पर ले जाया जा रहा है। उन्होंने टीडीपी नेता को एक तानाशाह बताते हुए कहा कि तानाशाह की तरह उन्होंने वाईएसआरसीपी के केंद्रीय कार्यालय की मशीनों से खुदाई कर बुल्डोजर से ध्वस्त करवा दिया। उन्होंने बताया कि कार्यालय लगभग पूरा बन चुका था। उन्होंने बताया कि सुबह लगभग 5:30 बजे तोड़फोड़ शुरू कर दी थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि टीडीपी, बीजेपी और जनसेना वाली एनडीए सरकार के तहत दक्षिणी राज्य में कानून और न्याय पूरी तरह से गायब हो गया है। उन्होंने कहा कि यह विध्वंस दर्शाता है कि अगले पांच वर्षों में नायडू का शासन कैसा होगा। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी इस तरह की प्रतिशोध की राजनीति से डरेगी नहीं। उन्होंने वादा किया कि वे लड़ेंगे। 

अदालत के आदेश की अवहेलना कर किया गया ध्वस्तीकरण

वाईएसआरसीपी ने अनुसार सीआडीए की कार्रवाई अदालत की अवमानना के समान है। उन्होंने कहा कि अदालत ने किसी भी प्रकार की ध्वस्तीकरण गतिविधि पर रोक लगाने का आदेश दिया था। जिसकी जानकारी पार्टी  के वकील ने सीआरडीए आयुक्त को दी थी। बावजूद प्राधिकरण ने आगे बढ़कर ढांचे को ध्वस्त किया।