गाजियाबाद। पोस्टमॉर्टम करने वाले चिकित्सक और पोस्टमॉर्टम हाउस की देखभाल करने वाला भी स्वास्थ्य विभाग, लेकिन छह दिन में 67 लोगों की मौत होने के बाद भी डेथ ऑडिट समिति को केवल 10 लोगों की ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली है।ऐसे में डेथ ऑडिट समिति की जांच ठंडे बस्ते में चली गई है। कई दिन से समिति पुलिस से पंचनामे की और पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट मांग रही है। अब तक मिली 10 रिपोर्ट के आधार पर किए गए डेथ ऑडिट में लू लगने से दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।इनमें एक खोड़ा के अंशुमन त्रिपाठी और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। पिछले 24 घंटे में जिला एमएमजी अस्पताल में एक नौ माह के बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हुई है।

सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि 65 वर्षीय रमेश यादव, 34 वर्षीय सुरेंद्र राठौर को 21 जून की रात्रि में इमरजेंसी में मृतावस्था में लाया गया। 19 जून को भर्ती किए गए 20 वर्षीय अज्ञात युवक की भी 21 जून की रात्रि में उपचार के दौरान मौत हो गई।22 जून को नौ माह के तुषार और 65 वर्षीय चंद्रपाल सिंह को मृतावस्था में लाया गया। इन दोनों के शव स्वजन को सौंप दिए गए हैं। गर्मी में सरकारी अस्पतालों में लाए गए मृतावस्था में लोगों की जांच तेज हो गई है। उपचार के दौरान हुई मौतों का चिकित्सकों के तीन सदस्यीय डेथ ऑडिट समिति द्वारा धीमी गति से किया जा रहा है। इनमें कुछ ज्ञात तो कुछ अज्ञात लोग शामिल हैं।जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि डेथ ऑडिट समिति ने पुलिस से पंचायतनामे के साथ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मांगी है, हालांकि अधिकारी इन मौतों को गर्मी से न बताकर अन्य कारणों से बता रहे हैं। केवल दो लोगों की लू लगने से मौत की पुष्टि की गई है।