संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एनडीए सरकार के गठन के बाद अपना पहला अभिभाषण दिया। राष्ट्रपति ने संसद में कहा कि पूरी दुनिया में भारत के लोकसभा चुनाव की चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि ये 18वीं लोकसभा भारत की नई ऊंचाई की गाथा लिखेगी।वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पेपर लीक को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार पेपर लीक की निष्पक्ष जांच करेगी। पेपर लीक मामले की जांच को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि संसद ने पेपर लीक कानून भी बनाया है और पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी। द्रौपदी मुर्मु ने संसद में कहा कि पेपर लीक और परीक्षाओं में अनियमितताओं के मामलों की उच्च स्तर पर जांच की जा रही है; दलगत राजनीति से ऊपर उठने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकारी भर्तियों और परीक्षाओं में शुचिता और पारदर्शिता जरूरी है।वहीं, अपने भाषण में द्रौपदी मुर्मु ने कांग्रेस शासन में लगाई गई इमरजेंसी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि 25 जून, 1975 को पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ था। इमरजेंसी संविधान पर सबसे बड़ा हमला थी।