प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पुणे में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किए जाएंगे। इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार भी मंच साझा करेंगे। इसको लेकर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं में नाराजगी है।तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट हर वर्ष एक अगस्त को लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि के मौके पर यह पुरस्कार प्रदान करती है।

यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए उल्लेखनीय और असाधारण काम किया है।प्रधानमंत्री मोदी इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले 41वें व्यक्ति होंगे।तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट ने शरद पवार को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।पीएम मोदी पुणे पहुंचने के बाद सबसे पहले प्रसिद्ध दगडूशेठ मंदिर में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करेंगे।

उसके बाद प्रधानमंत्री को सुबह 11:45 बजे लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।पीएम मोदी पुणे में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास भी करेंगे।मोदी पुणे मेट्रो के पहले चरण के दो गलियारों के पूर्ण हो चुके खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन पर मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।

पीएम मोदी को सम्मानित करने वाले कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के मंच साझा करने को लेकर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के अंदर सियासत तेज हो गई है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा, शरद पवार को मोदी के साथ मंच साझा नहीं करना चाहिए।

इससे विपक्षी एकता में भ्रम की स्थिति बनेगी। एमवीए के नेताओं ने उनसे कार्यक्रम में न शामिल होने की विनती की लेकिन शरद पवार ने पुरस्कार समारोह में जाने का निश्चय किया है। एनसीपी सांसद वंदन चव्हाण ने कहा, नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। इसलिए उनका सम्मान करना पड़ेगा।