श्रीनगर । भारतीय वायु सेना ने जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा एयरबेस पर हल्के लड़ाकू विमान तेजस एमके-1 को तैनात किया है। सेना का कहना है कि उनके पायलट्स घाटी में उड़ान का अनुभव इकट्ठा कर रहे हैं। कश्मीर, पड़ोसी देशों चीन-पाकिस्तान के लिहाज से संवेदनशील है। तेजस एमके-1 मल्टीरोल हल्का लड़ाकू विमान है जो वायुसेना को कश्मीर के जंगल और पहाड़ी इलाकों में और मजबूत करेगा।
भारतीय वायु सेना के पास मौजूदा वक्त में 31 तेजस विमान हैं। इसके अलावा, सेना जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अपने विमानों को ले जाती रहती है ताकि उन्हें हिमालय की घाटियों में उड़ान भरने का एक्सपीरियंस मिलता रहे। भारतीय वायुसेना तेजस में ज्यादा कैपेबिलटीज जोडक़र इसका पुरजोर समर्थन कर रही है। वायुसेना ने पहले ही अपने दो स्क्वाड्रनों को इसके इनीशियल और फाइनल ऑपरेशन की मंजूरी दे दी है।
पिछले पांच दशक में 400 से ज्यादा मिग-21 विमान क्रैश होने की वजह से भारत सरकार इसे रिप्लेस करना चाह रही थी। तेजस, मिग-21 की जगह लेने में कामयाब हुआ। वजन कम होने की वजह से यह समुद्री पोतों पर भी आसानी से लैंड और टेक ऑफ कर सकता है। यही नहीं इसकी हथियार ले जाने की क्षमता मिग-21 से दोगुनी है। स्पीड की बात करें तो राफेल से 300 ्यरूक्क॥ ज्यादा रफ्तार तेजस की है।