सूरत | राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने सूरत में बड़ा बयान दिया है| संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत अकारण किसी को छेड़ता नहीं है और अगर कोई छेड़े तो भारत उसे छोड़ता भी नहीं है| दरअसल मोहन भागवत सूरत के वेसू स्थित भगवान महावीर कॉलेज में जैन समुदाय की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। महाश्रमण के कार्यक्रम में जैन मुनि मौजूद थे| मोहन भागवत जैन मुनि महाश्रमण के व्याख्यान में शामिल हुए| यहां मोहन भागवत ने कई विषयों पर अपने विचार रखे| मुझे अलग से सोचने की कोई जरूरत नहीं है| जो शाश्वत है वही आचार्यों ने कहा है। यही हमारे भारत की विशेषता है| हमारे पूर्वजों द्वारा स्थापित सिद्धांतों के कारण, भारत उन देशों की भी मदद करता है, जिन्होंने कभी इसके खिलाफ युद्ध छेड़ा था, लेकिन वर्तमान में संकट का सामना कर रहे हैं। मोहन भागवत ने कहा कि भारत ना तो हमले की शुरुआत करता है और अगर कोई करता है तो उसे बर्दाश्त भी नहीं करता| कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया था| ऐसे में भारत के पास पाकिस्तान पर हमला करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था| हांलाकि भारतीय सेना को सीमा पार नहीं करने का स्पष्ट आदेश था| सेना को आदेश दिया गया था कि जो हमारी सीमा में घुसे उन्हें ही टार्गेट किया जाए| सर्जिकल स्ट्राइक और एयर सर्जिकल स्ट्राइक का उल्लेख करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि भारत चाहता तो उस वक्त पूरे पाकिस्तान को निशाना बना सकता था| लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया और केवल उन्हीं लोगों पर हमला किया जो हम पर हमला करते थे| संघ प्रमुख ने इस समय भारत या विश्व जिन समस्याओं का सामना कर रहा है, उसका कोई विशेष उदाहरण दिए बिना कहा कि वर्तमान स्थिति के कारण आज बहुत से लोग भविष्य को लेकर चिंतित हैं। लेकिन डरने की कोई जरूरत नहीं है| हम सब इन समस्याओं का समाधान करेंगे और हमसे प्रेरित होकर विश्व स्वयं ही समाधान ढूंढ लेगा।