भाजपा अब भविष्य में विपक्षी गठबंधन को इंडिया की जगह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का ही नाम लेगी। पार्टी नेतृत्व ने सोमवार को पार्टी प्रवक्ताओं और वरिष्ठ नेताओं को इंडिया की जगह यूपीए शब्द का प्रयोग करने का निर्देश दिया है। पार्टी का मानना है कि विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया रखे जाने की एक रणनीति है। विपक्ष गठबंधन के नए नाम के सहारे यूपीए के खिलाफ बनी नकारात्मक अवधारणा को खत्म करना चाहती है।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि विपक्ष की रणनीति को भांपते हुए फैसला लिया गया है कि अब भविष्य में भाजपा प्रवक्ता या पार्टी के अन्य नेता विपक्षी गठबंधन पर हमला करते समय इंडिया की जगह यूपीए का नाम लेंगे।पार्टी की रणनीति मतदाताओं में यूपीए के खिलाफ बनी नकारात्मक अवधारणा को खत्म नहीं होने देने की है।इस आशय का निर्देश जारी होने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहली बार मीडिया से मुखातिब हुईं।

उन्होंने मणिपुर दौरे पर गए विपक्षी गठबंधन पर हमला बोला, मगर हर बार इस गठबंधन को इंडिया की जगह यूपीए के नाम से संबोधित किया। विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलने के दौरान वित्त मंत्री ने आठ बार इंडिया की जगह यूपीए का नाम लिया।दरअसल, मोदी सरकार की ओर से शुरू की गई कई योजनाओं और अभियानों के नाम में इंडिया शामिल है। इनमें डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया जैसी कई योजनाएं और अभियान शामिल हैं।

भाजपा और मोदी सरकार को लगता है कि विपक्षी गठबंधन इंडिया पर हमले से इन योजनाओं और अभियानों के प्रचार-प्रसार पर बुरा असर पड़ेगा। पार्टी का मानना है कि कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन का नाम जानबूझ कर इंडिया रखा गया है, जिससे यूपीए के प्रति आम जनमानस में बनी नकारात्मकता खत्म की जा सके। यही कारण है कि पार्टी ने विपक्ष पर हमला के लिए इंडिया की जगह यूपीए शब्द का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं।