पीलीभीत । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब से यह दिल्ली वाले आए हैं, महंगाई बढ़ाई है। यह सरकार महंगाई कम नहीं कर रही है। जब महंगाई रोकनी थी, तब चंदा वसूलने का काम किया। कहा कि इलेक्टोरल बांड के जरिए वसूली की गई। जिस कंपनी का कोई कारोबार नहीं है, उस कंपनी से सरकार ने पैसा वसूला। इलेक्टोरल बांड से काले को सफेद कर दिया। नोटबंदी में भी किया। इस सरकार ने जितना पैसा वसूला है, उसकी वजह से ही महंगाई है। जिन उद्योगपतियों से पैसा वसूला है, अब वो मुनाफा कमा रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने जिनकी सरकार बनवाई, 14 में आए थे और 24 में चले जाएंगे। उत्तर प्रदेश के लोग अगर स्वागत अच्छा करते हैं तो भाजपा के लोगों की विदाई भी धूमधाम से करेंगे।
शुक्रवार को पीलीभीत के पूरनपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि पीलीभीत में बड़े-बड़े नेता आ चुके हैं। देश के बड़े नेता आकर अपनी बात कह चुके हैं। लखनऊ वाले तो घबराए हुए हैं, उनका चेहरा पीला हो जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग तीन काले कानून लाए थे। ये कानून इसलिए वापस हो गए थे, क्योंकि ये लोग किसानों से घबरा गए थे। उन्होंने कहा कि जो किसान की आवाज में अपनी आवाज को जोड़ करके आंदोलन को मजबूत कर रहे थे उन्हें पीछे कर दिया। जो किसानों पर थार चढ़ा रहे थे उन्हें सरकार ने सम्मान दिया। थार से किसानों का आंदोलन रौंदा गया। जिले के सांसद वरुण गांधी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जो किसान आंदोलन की बात कर रहे थे, उन्हें मंच पर जगह भी नहीं मिल रही है। 
भाजपा प्रत्याशी जितिन प्रसाद का नाम लिए बिना उन्होंने तंज कसा कि कोई नया प्रत्याशी आया है, जो कह रहे हैं कि हमें पहले पता होता है यहां से चुनाव लड़ना है तो पीलीभीत को बंबई बना देता। हम कहते हैं कि इसको बंबई मत बनाओ। बंबई अर्थव्यवस्था की राजधानी है। वहां नाचा-गाना भी होता है। भाजपा प्रत्याशी कौन सा पीलीभीत बनाना चाहते हैं। आगे कहा कि ये कई दल घूम आए हैं। इनका मामला सेट हो जाता है, तो दूसरे दल में भी चले जाते हैं। इन्होंने सड़क मंत्री बनते ही घोटाला किया। ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर उत्तर प्रदेश के सब रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। तब इनके ओएसडी को हटाना पड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 40 हजार करोड़ से ज्यादा पैसा सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में खर्च किया गया। कहीं गड्ढे भर गए हैं क्या। उन्होंने कहा कि इनकी गारंटी याद है। जिस तरीके से इन्होंने कोरोना में थाली और ताली बजाई थी। इसी तरह भाजपा की यह गारंटी नहीं, घंटी है। कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे। इनकी गारंटी पूरी हो गई क्या। दो करोड़ नौकरियां देने की गारंटी पूरी हो गई क्या। इनकी सरकार में हर पेपर लीक हुआ है। यह उत्तर प्रदेश वाले कैसे मुख्यमंत्री हैं, इनका हर पेपर लीक हो जाता है। 
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बताया कि हमने एक नौजवान का सुसाइड नोट पढ़ा था। उसने मेहनत कर पढ़ाई पूरी कर डिग्री हासिल की। नौकरी के लिए लगातार परीक्षाएं दीं। जब उसे नौकरी नहीं मिली तो उस नौजवान बृजेश पाल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि ऐसी डिग्री का क्या करूंगा, जो डिग्री मुझे नौकरी नहीं दिला सकती। उसने डिग्रियां जलाई और अपने मां-बाप बहन से माफी मांग कर आत्महत्या कर ली। क्या वह वापस आ सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा उत्तर प्रदेश बन गया है, जहां पर छात्र-नौजवान निराश होकर आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2022 के चुनाव में देश के प्रधानमंत्री कहकर गए थे कि भाजपा की सरकार बना दो। हमने ऐसा इंतजाम किया है कि 15 दिन के अंदर जानवर की समस्या का समाधान कर देंगे। सरकार बने कितने दिन हो गए हैं अब तो सात साल हो गए उत्तर प्रदेश की सरकार के और दिल्ली वालों के 10 साल हो गए। बताओ 17 साल का हिसाब-किताब लोगे कि नहीं। 
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा वाले घबराए हुए हैं, क्योंकि परीक्षा के जो पेपर लीक हुए हैं उसे 70 लाख नौजवान निराश होकर घर वापस चला गया। लोगों को चुनावी गणित समझाते हुए कहा कि इससे भाजपा वालों के हर लोकसभा क्षेत्र में वोट कम हुए हैं। पीलीभीत में तो ज्यादा वोट कम हो गया है। उन्होंने कहा कि पीलीभीत हमारी बांसुरी के लिए भी जाना जाता है। यह बात तो प्रधानमंत्री भी जान गए, लेकिन पीलीभीत की जनता तो तब चैन की बंसी बजायेगी जब भारतीय जनता पार्टी यहां से जाएगी। इन्होंने हमारे हर बार लोगों को दुखी किया। उन्होंने कहा कि यह देश के भविष्य का चुनाव है। यह चुनाव संविधान बचाने का भी है। हमारा लोकतंत्र बचाने का भी चुनाव है। यह चुनाव हमारे आपके भाईचारा का है, जो मोहब्बत से हम लोग रहते आए हैं जो हमारे भारत की पहचान है। हमारी संस्कृति की पहचान है। उसको बचाने का भी चुनाव है। आने वाली पीढ़ी के भविष्य का भी चुनाव है। उन्होंने कहा कि आजादी के लिए इस देश के लोग एक हो गए थे तब देश की आजादी मिली थी। आज फिर हमें एक बार अपने संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ना पड़ेगा।