रायपुर | छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 24, 25 और 26 फरवरी को होने वाले कांग्रेस के 85वें अधिवेशन की तैयारियां जोरों पर हैं। इसे लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन बंसल, महासचिव तारिक अनवर, प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रभारी सचिवगण डॉ. चंदन यादव, सप्तगिरीशंकर उल्का, राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष के सलाहकार संपल, विजय जांगीर ने सभा स्थल और आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। राजीव भवन में विभिन्न कमेटियों के प्रभारियों के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया। कार्यक्रम के संबंध में बनाई गई रूपरेखा एवं विभिन्न कमेटियों की जिम्मेदारियों का विश्लेषण किया गया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बताया कि एआईसीसी का 85वां अधिवेशन 24, 25, 26 फरवरी को चलेगा। अधिवेशन में विभिन्न विषयो की विषय कमेटियां विमर्श करके अपनी अनुशंसा देंगी। इसके संबंध में कांग्रेस के अधिवेशन में प्रस्ताव पारित होगा। अधिवेशन के प्रथम दिन 24 फरवरी को प्रतिनिधियों का रजिस्ट्रेशन होगा। दूसरे दिन पीसीसी एवं एआईसीसी प्रतिनिधियों का सम्मेलन होगा। तीसरे दिन विशाल आमसभा होगी। आमसभा जोरा में कृषि विश्वविद्यालय के सामने होगा।अधिवेशन के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 13 उपसमितियों का गठन किया गया है।

इनमें पब्लिक मीटिंग समिति, डायस समिति, प्रचार प्रसार समिति, प्रदर्शनी कमेटी, मेडिकल समिति, कम्युनिकेशन समिति, ट्रांसपोर्ट समिति, फूड कमेटी, एकोमोडेशन कमेटी, पंडाल समिति, संस्कृति समिति, सोविनियर समिति और डेकोरेशन समिति शामिल हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अधिवेशन सिर्फ कांग्रेस ही नहीं देश के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा। देश की जनता विभिन्न ज्वलंत विषयों पर कांग्रेस की राय और नीतियों की तरफ उत्सुकता से देख रही है। कृषि आर्थिक, रोजगार विदेशनीति जैसे विषयों पर कांग्रेस के अधिवेशन में पारित प्रस्ताव देश को एक नई दिशा देंगे। आजादी की लड़ाई से लेकर देश के नवनिर्माण में कांग्रेस पार्टी ने अग्रणी भूमिका निभाई है। आज भी जब सत्ता रूढ देश के संविधान और संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार कर रहा है। तब देश के प्रजातंत्र को बचाने में कांग्रेस की भूमिका और महत्वपूर्ण हो जाती है।