पिछले साल किसान आंदोलन से खुद को अलग करके भारतीय जनता पार्टी के साथ आने वाला भानु गुट इन दिनों बीजेपी के विरोधी दलों को समर्थन कर रहा है. लोकसभा चुनाव में भानु गुट ने भाजपा के विरोध में उतर आया है. जिस पर समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद और अखिलेश यादव के चाचा राम गोपाल यादव की प्रतिक्रिया सामने आई हैं. 

भारतीय जनता पार्टी के विरोध में उतरे भारतीय किसान यूनियन भानु गुट को लेकर सपा सांसद राम गोपाल यादव ने साफ़ जवाब दिया है कि सपा ने फ़िरोज़ाबाद में उनसे कोई समर्थन न तो मांगा और न ही समाजवादी पार्टी को उनका समर्थन चाहिए. उन्होंने मतदाताओं को इस तरह की अफवाहों से भ्रमित होने की जरुरत नहीं है. 

रामगोपाल यादव बोले- वोटर्स भ्रमित न हों

सपा सांसद ने एक्स लिखा, 'समाजवादी पार्टी ने भारतीय किसान यूनियन भानू से फिरोजाबाद में कोई समर्थन नहीं माँगा है और उसका कोई समर्थन स्वीकार भी नहीं  है. कुछ लोग गलत अफवाह उड़ा रहे हैं. मतदाता भ्रमित न हों.'

 

दरअसल, भारतीय किसान यूनियन का भानु गुट मौजूदा सरकार की नीतियों को लेकर नाराज चल रहा है. कई सीटों पर इस किसान संगठन ने भाजपा के विरोध में सपा या बसपा को समर्थन करते दिख रहा है. बीकेयू भानु गुट का कहना है कि भाजपा ने 2014 में किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है, जिसके चलते अब उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा का विरोध करने का फैसला किया है. 

भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कई सीटों पर पत्र जारी करते हुए अपने कार्यकर्ताओं ने भाजपा के विरोध में वोट करने का आदेश दिया है. यही नहीं अनुशासनहीनता के आरोप में कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है. भानु गुट ने अलीगढ़ में सपा प्रत्याशी और आगरा में बसपा प्रत्याशी का समर्थन करने की बात कही है. वहीं अब सपा सांसद रामगोपाल यादव ने उनके समर्थन को लेने से ही इनकार कर दिया है.