मुंबई । महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 2019 के राज्य विधानसभा चुनाव के बाद लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोगों को लोकतंत्र की असली ताकत का अहसास हो गया है। उनकी यह टिप्पणी तब आई है, जब एक दिन पहले निर्वाचन आयोग ने घोषणा की कि अजित पवार गुट ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) है। चुनाव आयोग ने आदेश में अजित के नेतृत्व वाले समूह को राकांपा का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ आवंटित कर दिया। चुनाव निकाय का यह निर्णय पार्टी संस्थापक और पूर्व केद्रींय मंत्री शरद पवार के लिए एक बड़ा झटका है। फडणवीस ने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग का फैसला लोकतंत्र और बहुमत की जीत है। दरअसल भाजपा और अविभाजित शिवसेना ने 2019 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था। लेकिन नतीजों के बाद शिवसेना ने भाजपा से गठबंधन तोड़कर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिला लिया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने न केवल राकांपा में बहुमत की राय पर गौर किया बल्कि पार्टी के संविधान के साथ-साथ निश्चित अंतराल पर आंतरिक चुनाव कराने जैसी अन्य अनिवार्य प्रक्रियाओं को भी ध्यान में रखा।