लखनऊ । अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आगामी 22 जनवरी को होने जा रहा है। इस समारोह के लिए साधु-संतों सहित वीवीआईपी और वीआईपी मेहमानों को आमंत्रण भेजा जा रहा है। वहीं आम लोगों को अयोध्या जाने के लिए रोक लगा दी गई है। प्राण प्रतिष्ठा के दो दिन पूर्व से ही आम लोगों को अयोध्या जाने के लिए रोक लगा दी गई है। जिले के आम लोगों को अयोध्या आने पर होने वाली समस्या से बचाने के लिए यहां न आने की सलाह दी गयी है और यहां आने से लोगों को आने से रोकने की जिम्मेदारी पंचायत सचिवों एवं ग्राम प्रधानों को दी गई है। बस व ट्रेन की बुकिंग भी कैंसल करने का निर्देश दिया गया है। 
प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दिग्गज हस्तियों के शामिल होने के कारण यहां प्रोटोकॉल लागू होगा। इस दिन अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था काफी मजबूत होगी। ठहरने के लिए होटलों और भोजनालयों में भी काफी भीड़ हो सकती है। गौरतलब है कि बीती 30 दिसंबर को अयोध्या दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से एक अपील की थी। पीएम मोदी ने अपील करते हुए कहा था कि 22 जनवरी को अयोध्या न आएं। उन्होंने कहा था कि आपने 550 साल से अधिक समय तक इंतजार किया है। कुछ समय और इंतजार करें। हर किसी की इच्छा है कि 22 जनवरी के आयोजन का हिस्सा बने और स्वंय वह अयोध्या आएं लेकिन 22 जनवरी को हर किसी के लिए अयोध्या आना संभव नहीं है। इसलिए रामभक्तों से मेरा आग्रह है कि 22 जनवरी को एक बार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने के बाद तय कार्यक्रम के तहत अयोध्या आएं। उन्होंने 22 जनवरी को अपने घरों में श्री राम ज्योति जलाने की अपील की थी।