गंगा नदी में पानी लगातार बढ़ रहा है। अनूपशहर नगर के आबादी क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुसने से कुछ परिवारों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गंगा किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों के सामने पशु चारे का संकट आ रहा है। प्रशासन द्वारा लेखपाल के माध्यम से ग्रामीणों को सतर्क रहने की लगातार चेतावनी दी जा रही है।

गंगा किनारे बसे एक दर्जन गांव के पशुपालकों को पशु चारा की परेशानी

पहाड़ी तथा मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण हरिद्वार तथा बिजनौर बैराज के फाटक खोल दिए गए है। इससे गंगा का रौद्र रूप बढ़ रहा है। अनूपशहर के मोहल्ला लाल महादेव में मुख्य सड़क पर पानी काफी अंदर तक आ चुका है, जिसके चलते कई परिवार पानी में होकर आवागमन करने को मजबूर हैं। गंगा किनारे बसे लगभग एक दर्जन गांव के पशुपालकों को पशु चारा की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

एसडीएम कर रहे रोजाना गंगा तट का अवलोकन

पशु चारे व सब्जी की खेती में बाढ़ का पानी आ जाने से दिक्कत हो रही है। प्रशासन द्वारा गंगा घाटों पर नागरिकों को सतर्क रहने के लिए बार-बार कहा जा रहा है। गंगा तट पर नाविकों को अलर्ट किया गया है, जिससे किसी भी आपदा के दौरान पीड़ित व्यक्ति की मदद की जा सके। अनूपशहर एसडीएम नवीन कुमार द्वारा प्रतिदिन गंगा तट पर जाकर स्थिति का अवलोकन भी किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा बाढ़ नियंत्रण कक्ष तथा पांच बाढ़ चौकियां स्थापित की जा चुकी हैं। जहान्वी प्लेटफार्म पर बाढ़ का पानी भरा होने के कारण श्रद्धालुओं को गंगा घाट तक पहुंचने के लिए पानी में होकर गुजरना पड़ रहा है।

नरौरा गंगा बैराज पर गंगा में मीडियम फ्लड

नरौरा के चौधरी चरण सिंह गंगा बैराज पर गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सिंचाई विभाग के नरौरा हेडवर्क्स के अधिकारियों ने बताया कि 13 जुलाई की सुबह नौ बजे नरौरा गंगा बैराज की अप स्ट्रीम में कुल 191340 क्यूसेक पानी की उपलब्धता दर्ज की गई, जोकि समुद्र तल से 179.07 मीटर दर्ज की गई है। नरौरा गंगा बैराज पर खतरे का निशान समुद्र तल से 178.765 मीटर है। नरौरा गंगा बैराज से गंगा की डाउन स्ट्रीम में 180348 क्यूसेक प्रति सेकेंड की दर से पानी की निकासी की जा रही है। गंगा के जलस्तर में हुई गिरावट से गंगा में मीडियम फ्लड हो गई है।