मुंबई । एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई क्राइम ब्रांच ने पुणे से दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुणे से पकड़े गए इन आरोपियों को मुंबई लाया गया है, जहां जांच में उनके मामले से जुड़े होने की पुष्टि हुई है। इस गिरफ्तारी के बाद अब तक कुल 18 आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि आरोपियों को अपने टारगेट के बारे में जानकारी थी। उन्होंने हत्या को अंजाम देने के लिए हथियारों को छिपाया था, जिनके पास से करीब 40 राउंड गोलियां बरामद की गई हैं। फरार आरोपी शुभम लोनकर ने इन दोनों को हत्या में उपयोग के लिए हथियार मुहैया कराए थे और इनसे छिपाने को कहा था। क्राइम ब्रांच अब इन आरोपियों से आगे की पूछताछ कर रही है ताकि इस हत्याकांड के पीछे की साजिश को पूरी तरह से उजागर किया जा सके। 


बाबा सिद्दीकी की हत्या का लॉरेंस गैंग से संबंध  
इससे पहले मुंबई पुलिस ने बताया था कि बाबा सिद्दीकी की हत्या और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच सीधा लिंक मिल गया है। क्राइम ब्रांच ने एस्प्लेनेड मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत को यह जानकारी दी थी। इसके मुताबिक, जेल में बंद गैंगस्टर के भाई अनमोल बिश्नोई ने सिद्दीकी के बांद्रा पश्चिम स्थित घर, ऑफिस और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय की रेकी का काम सौंपा था। 32 वर्षीय सुजीत सुशील सिंह की पंजाब से गिरफ्तारी हुई थी। पंजाब पुलिस और मुंबई पुलिस के संयुक्त अभियान में सिंह को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उसे मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया। कोर्ट से सुजीत सिंह की पुलिस हिरासत रिमांड की मांग की गई। पुलिस ने कहा कि वह अनमोल बिश्नोई के संपर्क में था।  


बिश्नोई गैंग के सात शूटर गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल यूनिट ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 7 शूटरों गिरफ्तार किया था, जो राजस्थान के एक पूर्व विधायक के रिश्तेदार को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि एक अलग लेकिन संबंधित घटना में दिल्ली पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी गिरोह के एक अन्य सदस्य को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए। यह गिरफ्तारी बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई में सनसनीखेज हत्या के कुछ दिन बाद हुई है।