सूडान में युद्धरत पक्षों पर संघर्ष विराम बढ़ाने का दबाव बढ़ा
खार्तूम । सोमवार को सूडान के युद्धरत पक्षों पर देश पर कब्जा जमाने के लिए उनकी लड़ाई में संघर्ष विराम की अवधि बढ़ाने का दबाव बढ़ गया है। रविवार को एक संयुक्त बयान में दो अहम अंतराष्ट्रीय मध्यस्थ अमेरिका और सऊदी अरब ने सूडान की सेना और उसके प्रतिद्वंद्वी अर्द्धसैन्य बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज की एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान कुछ उल्लंघनों के लिए आलोचना की। सूडान में सेना प्रमुख अब्दुल-फतेह बुरहान के सैनिकों और जनरल मोहम्म्द हमदान डागालो के नेतृत्व वाले शक्तिशाली अर्धसैनिक समूह रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है।
सूडान के डॉक्टर्स सिंडीकेट के अनुसार इस लड़ाई में कम से कम 866 नागरिकों की मौत हो गयी है और हजारों घायल हो गए हैं। अमेरिका और सऊदी अरब हफ्तों से सेना तथा आरएसएफ के बीच सऊदी अरब के बंदरगाह शहर जेद्दा में मध्यस्थता वार्ता कर रहे हैं।
अभी तक 7 बार संघर्ष विराम की घोषणा की जा चुकी है और सभी का कुछ हद तक उल्लंघन किया गया है। रविवार को दिए बयान में अमेरिका तथा सऊदी अरब ने कहा कि सेना लगातार हवाई हमले कर रही है, जबकि आरएसएफ अब भी लोगों के घरों और संपत्तियों पर कब्जा जमा रहा है।
बयान के अनुसार सेना तथा आरएसएफ दोनों के नियंत्रण वाले इलाकों में ईंधन, धन, सहायता आपूर्ति और मानवीय सहायता पहुंचाने वाले काफिले के वाहन चोरी किए गए हैं। इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप के थिंक टैंक एलन बोस्वेल ने कहा कि संयुक्त बयान का मकसद दोनों पक्षों पर संघर्ष विराम के वृहद पालन का दबाव बनाना है और वह भी ऐसे वक्त में जब अमेरिका तथा सऊदी अरब के पास जेद्दा वार्ता के अलावा कोई विकल्प नहीं है।