बालाघाट ।    पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में सामने आई गड़बड़ी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इसकी परतें खुलती जा रही हैं। बालाघाट पुलिस ने इस मामले में दो और अारोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने हाल ही में थाटीपुर ग्वालियर निवासी हरीश उर्फ रोहित मुडोतिया पिता रामावतार उम्र-23 वर्ष और आगरा (उत्तरप्रदेश) निवासी मंजीत सिंह पिता राजेश कुमार उम्र-26 को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों आरोपितों को तीन दिन की रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है।

12 अगस्त से कर्मचारी चयन मंडल ने पुलिस आरक्षक के पदों के लिए चयन परीक्षा का आयोजन किया था

गौरतलब है कि 12 अगस्त से कर्मचारी चयन मंडल (भोपाल) द्वारा पुलिस आरक्षक के पदों के लिए चयन परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसके लिए बालाघाट के सरदार पटेल विश्वविद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। यहां परीक्षा के दौरान कंप्यूटर लैब में अनुचित साधनों का प्रयोग करने की नियत से अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने वाले युवक के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रबंधन ने वारासिवनी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद बालाघाट पुलिस ने जांच प्रारंभ की तो भर्ती मामले में गड़बड़ी की लिंक ग्वालियर से जुड़ी मिली। महीनेभर में पुलिस ने इस मामले में कुल सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपित बालाघाट जिले के हैं तो शेष पांच आरोपित ग्वालियर, आगरा सहित अन्य राज्यों व शहरों के हैं।

पूछताछ में आरोपितों की मिलती गई लिंक

सरदार पटेल विश्वविद्यालय सेंटर में परीक्षा के दौरान हट्टा निवासी अंकित पिछोड़े अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर कंप्यूटर सिस्टम में छेड़छाड़ कर रहा था, जिसे वहां पदस्थ सेंटर सुपरवाइजर सानिया साहू ने देख लिया था। इस गड़बड़ी की सूचना सानिया ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को दी और प्रबंधन ने बिना देर किए वारासिवनी पुलिस को मामले की शिकायत की। 24 अगस्त को पुलिस ने धारा 447 भादंसं एवं सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 65, 66 के तहत अंकित पिछोड़े को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद गौरव रिनायत को भी हिरासत में लिया गया। जैसे-जैसे आरोपितों से पूछताछ का क्रम बढ़ता गया, वैसे-वैसे मप्र सहित अन्य राज्यों में बैठे शातिरों की लिंक पुलिस को मिलती गई।

आरोपितों के मोबाइल खंगाले तो ग्वालियर के कई संदिग्ध नंबर मिले

बालाघाट पुलिस ने आरोपितों के मोबाइल खंगाले तो ग्वालियर के कई संदिग्ध नंबर मिले। बालाघाट पुलिस की विशेष टीम ने ग्वालियर पुलिस की मदद से अन्य आरोपितों की पतासाजी शुरू की। बता दें कि अंकित पिछोड़े और गौरव रिनायत परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी एडुक्यूटी के आउटसोर्स कर्मचारी हैं। अंकित, एडुक्यूटी एजेंसी के लिए बतौर साइट सुपरवाइजर काम कर रहा था। बताया गया कि अंकित कंप्यूटर साफ्टवेयर डाउनलोड करने की कोशिश कर रहा था।

बाहरी व्यक्ति को प्रवेश कराने की फिराक में थे आरोपित

पुलिस हाल ही में गिरफ्तार दोनों आरोपितों से पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में कथित गड़बड़ी के कनेक्शन और उनकी भूमिका की पड़ताल कर रही है। बालाघाट पुलिस के मुताबिक, आरोपितों से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि ग्वालियर निवासी हरीश उर्फ रोहित मुडोतिया और आगरा निवासी मंजीत सिंह परीक्षा के दौरान बालाघाट के होटल में रुके थे। पूर्व में पकड़ाए गए अंकित पिछोड़े और गौरव रिनायत की गिरफ्तारी के दौरान होटल के सीसीटीवी फुटेज से हरीश और मंजीत सिंह के बारे में पता चला था।

कर्मचारी चयन मंडल से कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है

हरीश व मंजीत की परीक्षा करा रही कंपनी, परीक्षा सेंटर व कर्मचारी चयन मंडल से कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है, लेकिन प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि ये दोनों किसी तरह परीक्षा केंद्र में किसी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश कराने की फिराक थे। अंकित और रिनायत की गिरफ्तारी के बाद से हरीश व मंजीत सिंह फरार थे। गौरतलब है कि इस मामले के सामने आने के बाद पटवारी चयन परीक्षा से इस मामले के तार जुड़े होने की आशंका जताई जा रही थी। करीब एक महीने बाद फिर और दो आरोपितों की गिरफ्तार के बाद ये तय माना जा रहा है कि पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा मामले में कई बड़े खुलासे होंगे।

बालाघाट पुलिस ने ग्वालियर और आगरा से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उन्हें कंप्यूटर का काम आता है। जानकारी मिली है कि ये किसी व्यक्ति को परीक्षा में प्रवेश करने की फिराक में थे। इससे मामला और ज्यादा संदेहास्पद हो जाता है। इनकी भूमिका का पता लगाने के लिए पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है।

समीर सौरभ, पुलिस अधीक्षक, बालाघाट