नोट और सिक्के जमा करने से बनी अलग पहचान
बिलासपुर । अनूप गुप्ता फूड सप्लाई का बिजनेस करते हैं. उनके पास पुराने और कई देशों के नोट और सिक्कों का कलेक्शन है. दुकान में नए-पुराने नोट और सिक्कों को देखकर और उनके बंद होने का विचार मन में आने के बाद अनूप ने यह कलेक्शन शुरू किया. अनूप लगातार दुकान में आने वाले पुराने सिक्के और नोट जमा करने लगे.
अनूप को सिक्के और नोटों के कलेक्शन का जुनून200 देशों के नोटों का कलेक्शनअनूप गुप्ता ने बताया कि 13 साल की उम्र से वे अपने देश के साथ ही अन्य देशों के नोटों का कलेक्शन कर रहे हैं. अनूप के पास सभी महादीप के लगभग 200 देशों के चलन वाले और बंद नोटों का कलेक्शन है. अनूप ने कड़ी मेहनत के जरिए दूसरे देशों में लोगों से संपर्क कर नोट मंगाए हैं. नोटों के कलेक्शन के लिए उन्होंने काफी पैसे खर्च किए हैं. 200 देशों के नोटों के कलेक्शन में 1 रुपए से लेकर जितने भी नोट चलन में रहे हैं, उन सभी नोटों का संग्रह किया है.
205 देशों के सिक्कों का है कलेक्शनअनूप गुप्ता के पास भारत में 1945 से चलन में आए नोटों का कलेक्शन है. 1830 से लेकर 1945 और अब तक के चलन में रहे सभी भारतीय सिक्कों का नायाब कलेक्शन भी है. इसके अलावा अनूप ने 205 देशों के सिक्कों को भी जमा किया है. इन सिक्कों का संग्रह इतना ज्यादा है कि अगर सिक्कों को तौला जाए तो इनका लगभग 50 किलो से ज्यादा का वजन होगा. इसके अलावा कई ऐसे देश हैं, जिन्हें अब नोट छापने की अनुमति नहीं है. उनके देश में दूसरे देशों का आधिपत्य है, उन देशों के भी पहले चलन में रहे सिक्कों का संग्रह उन्होंने किया है.
70 देशों के हैं हजार के नोटअनूप गुप्ता ने बताया कि उनके पास 70 देशों के ऐसे नोट हैं, जिन्हें कलेक्ट करने में उन्हें कई तरह की कठिनाइयां सामने आईं. वे लगभग 65 से 70 देशों के हजार के नोट रखे हुए हैं. जिनमें कई ऐसे देश हैं, जिनकी करंसी हमारे देश के नोट की वेल्यू से 250 गुना से भी ज्यादा है. कई देशों के नोटों की वैल्यू बहुत कम है. अनूप इन नोटों का कलेक्शन कर इन्हें भारतीय और अन्य देशों के नोटों के साथ रखते हैं. सभी नोट आज भी उतने ही नए दिख रहे हैं, जितने वह चलन में दिखते थे.अनूप के पास कई ऐसे नोट भी हैं, जिन्हें चलन से बाहर हुए 100 साल से भी ज्यादा हो गए हैं. इन नोटों को हासिल करने के लिए अनूप ने कई देशों के नोट कलेक्शन करने वाले लोगों से संपर्क कर भारतीय करंसी उन्हें देकर उनसे अधिक मूल्य में खरीदा है.
आजादी के पहले से लेकर अब तक के सभी गवर्नर के साइन वाले नोटअनूप के पास आजादी के पहले से लेकर अबतक के आरबीआई के जितने भी गवर्नर रहे हैं, उनके साइन किए हुए सभी नोट के कलेक्शन हैं. इसके अलावा मुगल शासन के साथ ही कई हिंदू राजाओं के राज्य में प्रचलित सिक्कों का भी कलेक्शन है. अनूप गुप्ता ने उन नोटों का भी कलेक्शन किया है, जो रेयर सीरीज के हैं यानी कुछ अलग और डिफरेंट सीरीज वाले नोट भी अनूप के पास हैं।
परिजनों को भी है अलग तरह के चीजों का कलेक्शन करने का शौकअनूप के दो बच्चे हैं. एक लड़का और एक लड़की. दोनों बच्चों को भी कुछ अलग तरह की चीजों का कलेक्शन करने का शौक है. बेटी तनिष्का गुप्ता को एरर नोट के कलेक्शन का शौक है. तनिष्का बताती हैं कि वह उन नोटों के लिए इंटरेस्टेड हैं, जिनकी छपाई गलती से कुछ खामी वाली होती है. अलग तरह के सिक्के जिनमें कार्टून या संगीत के यंत्र या फिर कुछ डिफरेंट तरह के चित्र होते हैं. हालांकि तनिष्का के पास अभी एरर नोट तो नहीं है, लेकिन वह इसकी तलाश कर रही है
अनूप के बेटे को भी मैच बॉक्स कलेक्ट करने का शौक है. वह माचिस के डिब्बे का कलेक्शन करते हैं. अनूप की पत्नी पल्लवी कहती हैं कि शादी के समय उन्होंने देखा कि पति को नोट कलेक्शन करने का शौक है, हालांकि शादी के समय उनके पास ज्यादा कलेक्शन तो नहीं था, लेकिन बाद में धीरे-धीरे उनके पास नोटों का संग्रह बढ़ता गया और उनकी एक अलग पहचान होने लगी. उनकी इस पहचान से वह बहुत खुश हैं, क्योंकि वह अपने बिजनेस फील्ड में अपनी पहचान तो बना चुके हैं, लेकिन अब नोटों के कलेक्शन के लिए भी उनकी ख्याति बढ़ती जा रही है. इन सब चीजों को देखकर उन्हें काफी फक्र महसूस होता है।