वैज्ञानिकों ने बेहद महत्वपूर्ण खोज, एंथ्रोपोसीन युग का दर्शाता
वॉशिंगटन । वैज्ञानिकों ने बेहद महत्वपूर्ण खोज की है। वैज्ञानिकों ने एक भूवैज्ञानिक स्थल को खोजा है, जिसके बारे में उनका कहना है कि यह एंथ्रोपोसीन नाम के प्रस्तावित नए युग को दर्शाता है। यह खोज पृथ्वी के इतिहास की आधिकारिक समयरेखा को बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है। एंथ्रोपोसीन शब्द का इस्तेमाल पहली बार साल 2000 में हुआ था, जिसे यह दर्शाने के लिए प्रस्तावित किया गया था कि इंसानी गतिविधि ने दुनिया को गहराई से बदल दिया है।
भूगोल, भूविज्ञान और पर्यावरण स्कूल की मानद प्रोफेसर और एंथ्रोपोसीन वर्किंग ग्रप के अध्यक्ष कॉलिन वाटर्स ने कहा, जब 8 अरब लोग ग्रह पर प्रभाव डाल रहे हैं, तब इसका असर होना तय है। उन्होंने कहा, हम एक ऐसी स्थिति में पहुंच गए हैं, जिसे एक नए भूवैज्ञानिक युग की तरह परिभाषित किया जाना चाहिए। एंथ्रोपोसीन वर्किंग ग्रुप में 35 भूवैज्ञानिक शामिल हैं, जो 2009 से एंथ्रोपोसीन को पृथ्वी की आधिकारिक टाइमलाइन में शामिल करने के लिए काम कर रहा है।
इस ग्रुप ने 2016 में कहा कि एंथ्रोपोसीन युग की शुरुआत 1950 के आसपास शुरू हुआ। यह परमाणु हथियार परीक्षणों की शुरुआत का समय था, जिससे प्लूटोनियम के भू-रासायनिक निशान दुनिया भर में पाए जा सकते हैं। तब से शोधकर्ताओं ने 12 साइटों पर विचार किया है, जो उनके प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए आवश्यक और महत्वपूर्ण साक्ष्य प्रदान कर सकते हैं। इनमें से 9 पर मतदान हुआ। वैज्ञानिकों ने मंगलवार को कनाडा के ओंटारियो की क्रॉफर्ड झील को एंथ्रोपोसीन के भूवैज्ञानिक प्रभाव को पकड़ने वाला सबसे अच्छी साइट माना। हालांकि हर कोई एंथ्रोपोसीन को एक भूवैज्ञानिक वास्तविकता या एक नया युग घोषित करने पर सहमत नहीं है।
भूगर्भिक टाइमलाइन पृथ्वी के 4.5 अरब वर्ष के इतिहास पर हमारी समझ के लिए आधिकारिक रूपरेखा प्रदान करता है। भूवैज्ञानिक हमारे ग्रह के इतिहास को कई तरह के युगों और उसके अंदर भी युगों में बांटते हैं।