लोग वाईएसआरसीपी शासन के खिलाफ विद्रोह कर रहे हैं : चंद्रबाबू नायडू
अमरावती| आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ लोगों के विद्रोह करने का दावा करते हुए प्रदेश में क्रांतिकारी बदलाव की भविष्यवाणी की है। चंद्रबाबू नायडू ने नेल्लोर जिले में अपने दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि साल 2022 आंध्र प्रदेश के लिए नफरत, त्रासदियों और विनाश का वर्ष रहा है। पूर्व सीएम ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि राज्य में हर व्यक्ति शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से पीड़ित है। राज्य सरकार की दोषपूर्ण नीतियों ने सभी को परेशानी में डाल दिया है और सरकार पर सवाल उठाने वालों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सीआईडी के द्वारा निर्दोष लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कर्ज और किसानों की पीड़ा के लिए भी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
चंद्रबाबू ने कहा कि आंध्र प्रदेश में किसानों पर कर्ज का सबसे ज्यादा बोझ है और प्रत्येक किसान पर 2.42 लाख रुपये का कर्ज है। किसानों की आत्महत्या के मामले में राज्य देश में तीसरे स्थान पर है, लेकिन मुख्यमंत्री शायद ही ऐसे मुद्दों पर ध्यान देते हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा सप्लाई किए जाने वाले राशन चावल को भी केवल मौद्रिक लाभ के लिए डायवर्ट किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने संसद में यह बात कही थी।
चंद्रबाबू ने राज्य के लगभग सभी हिस्सों में खुलेआम गांजा और अन्य ड्रग्स के उपलब्ध होने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सीएम से सवाल किया कि वह इतने गंभीर मुद्दे पर प्रतिक्रिया क्यों नहीं दे रहे हैं? उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं और अकेले नेल्लोर जैसे जिले में ऐसी 11 घटनाएं दर्ज की गई हैं।
चंद्रबाबू ने कहा कि बढ़ती बेरोजगारी के कारण युवा तनाव में हैं, आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं। राज्य में सड़कों की स्थिति को लेकर भी उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। चंद्रबाबू ने आरोप लगाया कि कभी वित्तीय समस्याओं का सामना करने वाले वाईएसआरसीपी विधायक अब करोड़पति बन गए हैं। विधायक रियल एस्टेट सेक्टर को लूट रहे हैं।
चंद्रबाबू को अपनी समस्या बताते हुए एक दलित महिला ने उन्हें बताया कि उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं और स्थानीय पुलिस द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने स्पष्ट किया कि तेदेपा के सत्ता में वापस आने पर ऐसे पुलिस अधिकारियों को परिणाम भुगतने होंगे।