एलल मस्क के बयान को मेटा के एआई वैज्ञानिक ने बताया बेहूदा
सैन फ्रांसिस्कों । मेटा के एआई वैज्ञानिक ने एलन मस्क के उस बयान को बेहूदा बताया है जिसमें एलन ने एआई को मानवता को तबाह करने वाला कह दिया था। जानकारी के अनुसार फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा के मुख्य एआई वैज्ञानिक और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर यान लकुन ने एलन मस्क के उस बयान को ‘बेहूदा’ बताया है जिसमें उन्होंने कहा था कि एआई में मानवता को तबाह करने की क्षमता है। ट्विटर और टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने एक पूर्व पत्रकार से बातचीत के दौरान कहा था कि एआई एक खराब तरीके से डिजाइन किए गए एयरक्राफ्ट से ज्यादा खतरनाक है। बकौल मस्क, कोई इस संभावना को कितना भी कम आंके लेकिन ये कोई छोटी बात नहीं है। यह (एआई) मानवता को तबाह करने की क्षमता रखता है। इस पर लकुन ने प्रतिक्रिया देते हुए वेंचर कैपिटलिस्ट हैरी स्टेबिंग्ल के पॉडकास्ट में कहा कि यह पूरी तरह गलत है। ऐसा लगता है कि मस्क और कुछ अन्य लोग निक बॉस्ट्रम्स की किताब ‘सुपरइंटेलिजेंस’ या एलिजर यूदोक्वोस्कि के लेख पढ़कर ऐसी बाते कर रहे हैं। गौरतलब है कि मस्क एआई के खतरे को लेकर काफी मुखर रहे हैं।
चैट जीपीटी के आने के बाद उन्होंने खुलकर बोलना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह एकदम फालतू बात है, क्योंकि पूरे ब्रह्मांड में ऐसी कोई प्रक्रिया नहीं है जो सिर्फ बहुत तेजी से ऊपर की ओर ही बढ़ती रहे। उन सिस्टम्स (एआई मशीन) को दुनियाभर के सारे संसाधनों की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए उन्हें अथाह शक्ति और प्रभुत्व देना होगा। उन्होंने कहा कि बस इसलिए कि एआई मनुष्य से ज्यादा समझदार होगा इसका मतलब यह नहीं कि वह मानवता पर नियंत्रण करना चाहेगा। लकुन इस मुद्दे पर जॉफरी हिन्टन से भी बात करना चाहते हैं। जॉफरी हिन्टन को एआई का जनक माना जाता है और उसके खतरे को लेकर ही हाल में उन्होंने गूगल से इस्तीफा दे दिया था।
बता दें कि लकुन ने जिन निक बोस्ट्रोम का नाम लिया वह स्वीडन के एक फिलोस्फर हैं। साथ ही वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी हैं। वह फ्यूचर ऑफ ह्ययूमैनिटी के संस्थापक निदेशक और जैसा कि लकुन ने जिक्र किया वह सुपरइंटेलिजेंस नामक की एक खिताब के लेखक भी है। भविष्य की टेक्नोलॉजी का इंसानों पर प्रभाव, मानवता के अस्तित्व से जुड़े जोखिम व एआई की नैतिक दुविधा जैसे विषयों पर उनकी विशेषज्ञता है।