मुंबई: आईआईटी बॉम्बे के दलित छात्र दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के मामले की जांच कर रही मुंबई अपराध शाखा पुलिस की एक विशेष जांच टीम (SIT) ने एक छात्र को गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस के अनुसार, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज किया गया था। 

आरोपी छात्र की पहचान अरमान इकबाल खत्री के रूप में हुई है। छात्र को मृतक दर्शन सोलंकी के हॉस्टल से बरामद एक सुसाइड नोट के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। इस नोट में उसने सुसाइड करने का आरोप अरमान पर लगाया था। सुसाइड नोट में लिखा था, "अरमान ने मुझे मार डाला है।" अधिकारियों ने कहा, "आरोपी अरमान और दर्शन के बीच बहस होती थी, आरोपी अरमान मृतक छात्र को चाकू दिखाकर धमकी भी दे चुका है।" इसके बाद पुलिस की ओर से जांच में करीब 35 लोगों के बयान दर्ज करवाए गए थे। मुंबई पुलिस के एसआईटी अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी अरमान सवालों के ठीक से जवाब नहीं दे रहा था और ज्यादा कुछ नहीं बता रहा था। अरमान को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।

इससे पहले 29 मार्च को मृतक दर्शन सोलंकी के पिता ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस और मुंबई के पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि उनके बेटे की मौत की FIR दर्ज करने के लिए उनके परिवार को पुलिस से उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने अपने बेटे की मौत को लेकर शक भी जाहिर किया था और दावा किया था कि उनके बेटे को अनुसूचित जाति (SC) समुदाय का होने के कारण भेदभाव का सामना करना पड़ा। वहीं आत्महत्या मामले में पुलिस अब तक 35 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।

हॉस्टल की बिल्डिंग से लगाई छलांग
आईआईटी बॉम्बे से B.Tech कर रहे दर्शन सोलंकी ने 12 फरवरी को IIT पवई कॉम्प्लैक्स में कथित तौर पर हॉस्टल की बिल्डिंग की सातवीं मंजिल से छलांग लगाई थी। इसके बाद उसकी मौके पर मौत हो गई थी। दर्शन सोलंकी की आत्महत्या के बाद उसके परिजनों ने साजिश होने का संदेह जताया था। इसके बाद कैंपस में अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ भेदभाव होने की बात भी सामने आई थी।