गोपनीय दस्तावेज मामले में डोनाल्ड ट्रंप पर लगा अभियोग, 7 आपराधिक मामले शामिल
मियामी । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास पर गोपनीय दस्तावेज मिलने के मामले में उन्हें अभ्यारोपित किया गया है। ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ना चाहते हैं, ऐसे में यह मुकदमा उनकी राह में मुश्किलें खड़ी कर सकता है। न्याय विभाग ने इस अभियोग की तत्काल सार्वजनिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन स्थिति से अवगत दो लोगों ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि अभियोग में सात आपराधिक मामले शामिल हैं। इनमें से एक व्यक्ति ने बताया कि अभियोजकों ने ट्रंप के वकीलों से संपर्क किया था। इसके कुछ ही समय बाद ‘ट्रूथ सोशल’ मंच परघोषणा की गई कि ट्रंप पर अभियोग लगाया गया है।
न्याय विभाग के लंबे इतिहास में यह अभियोग राजनीतिक रूप से सबसे अधिक जटिल मामला प्रतीत होता है। घोषणा के 20 मिनट के भीतर ट्रंप ने 2024 के राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार अभियान के लिए धन जुटाना शुरू कर दिया।
ट्रंप ने एक वीडियो संदेश में कहा, मैं बेकसूर हूं
ट्रंप ने एक वीडियो संदेश में कहा कि मैं बेकसूर हूं। उन्होंने दोहराया कि यह जांच उन्हें फंसाने के लिए है। यह मामला ट्रंप के लिए एक और मुश्किल पैदा कर सकता है, क्योंकि न्यूयॉर्क में भी एक मामले में उन पर अभियोग लगाया गया है और वाशिंगटन एवं अटलांटा में उनके खिलाफ अतिरिक्त जांच हो रही है, जिसमें भी आपराधिक आरोप लग सकते हैं।
विशेष वकील जैक स्मिथ की महीनों की जांच के बाद यह अभियोग लगाया गया है। स्मिथ इस बात की जांच कर रहे थे कि क्या ट्रंप ने सैकड़ों गोपनीय दस्तावेज अपने पाम बीच आवास ‘मार-ए-लागो’ में ले जाकर कानून तोड़ा या रिकॉर्ड हासिल करने के सरकार के प्रयास में बाधा डाली। अभियोजकों ने कहा कि ट्रंप व्हाइट हाउस से जाने के बाद तकरीबन 300 गोपनीय दस्तावेज अपने ‘मार-ए-लागो’ आवास ले गए। इनमें करीब 100 वो दस्तावेज भी शामिल थे जिन्हें पिछले साल अगस्त में संघीय जांच ब्यूरो ने घर की तलाशी के दौरान जब्त किए थे।