पश्चिम-मध्य रेल द्वारा यात्रियों की सुविधाओं में निरंतर विस्तार किया जा रहा है। भोपाल मंडल के 15  स्टेशन भोपाल, रानी कमलापति, इटारसी, नर्मदापुरम, विदिशा, संत हिरदा रामनगर, बीना, हरदा, अशोक नगर, गुना, रुठियाई, शिवपुरी, गंजबासौदा, सांची एवं मंडीबामौरा स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए गए हैं। इससे यात्रियों को अपने निर्धारित कोच के पास पहुंचकर गाड़ी में चढ़ने में सुविधा होगी।

पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय ने बताया कि पश्चिम-मध्य रेल ने यात्रियों की सुविधा के लिए 50 स्टेशनों के 142 प्लेटफॉर्मों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए हैं। इन सभी पर शत-प्रतिशत कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए जा चुके हैं। इसके आलावा अन्य कैटेगरी के स्टेशनों पर भी कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए गए हैं।

24 स्टेशनों के 40 प्लेटफॉर्म पर लगे सिस्टम

मार्च 2024 तक जबलपुर मंडल के 14 स्टेशनों के 40 प्लटफॉर्मों, भोपाल मंडल के 15 स्टेशनों पर 53 प्लेटफॉर्मों और कोटा मंडल के 21 स्टेशनों पर 49 प्लेटफॉर्मों में कोच गाइडेंस सिस्टम लगाकर यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार किया गया। जबलपुर मंडल के 14 स्टेशन जबलपुर, मदन महल, करेली, नरसिंहपुर, गाडरवारा, पिपरिया, कटनी, कटनी साऊथ, कटनी मुड़वारा, मैहर, सतना, रीवा, दमोह एवं सागर स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगे हैं। वहीं  कोटा मंडल के 21 स्टेशन कोटा, बारां, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, रामगंज मण्डी, शामगढ़, विक्रम आलोट, बयाना, भरतपुर, श्रीमहावीर जी, हिण्डौन सिटी, सोगरिया, बूंदी, लाखेरी, भवानीमंडी, डकनिया तलाव, छबड़ा गुगोर, इन्द्रगढ़ सुमेरगंज मंडी, सुवासरा, झालावाड़ सिटी एवं चौमहला स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए गए।

गाइडेंस सिस्टम लगने से रेल यात्रियों को यह होगा फायदा

इस सुविधा के उपलब्ध होने से यात्री गाड़ी आने के पूर्व ही निर्धारित कोच के सामने स्थान पर आकर सामान सहित चढ़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। प्लेटफॉर्म पर गाड़ी के समय भीड़-भाड़ एवं इधर-उधर जाने में होने वाली कठिनाई से बचा जा सकता है। कोच के सामने भीड़ को कम करने में काफी मदद होती है। विशेषकर रात्रि के समय डिजिटल प्रभावी कलर युक्त लाइट होने के कारण यह डिस्प्ले बोर्ड यात्रियों को दूर से ही दिख जाते हैं जिससे कोच तक पहुंचने में अत्यधिक सुविधा होती है।