इंफाल । मणिपुर में 12 घंटे के अंदर दूसरी बार सुरक्षाबलों और विद्रोहियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान सुरक्षाबलों पर आरपीजी से हमला किया गया, जिसमें मणिपुर पुलिस के 4 और बीएसएफ का एक जवान घायल हुआ है। उन्हें इलाज के लिए इम्फाल भेजा गया है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, मंगलवार की सुबह तेंगनौपाल जिले के मोरेह शहर में सर्च ऑपरेशन चल रहा था। टीम ने दो लोगों को पकड़ा, इसी दौरान सुरक्षाबलों पर हमला किया गया। स्थानीय महिलाओं ने भी पकड़े गए लोगों को छुड़ाने का प्रयास किया। सुरक्षाबलों ने भी क्रॉस फायरिंग की। ऑपरेशन जारी है।
उधर, थौबल के लेंगोल पहाड़ी इलाके में 4 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 11 लोग घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों ने हमलावरों की तीन गाडिय़ों को भी आग के हवाले कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि हमलावर लिलोंग चिंगजाओ इलाके में जबरन वसूली के लिए आए थे, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ। स्थानीय लोगों ने हमलावरों को खदेड़ा, लेकिन बदमाशों ने भागते समय फायरिंग कर दी। आरोपियों की पहचान अभी नहीं हो सकी है। जान गंवाने वालों में मोहम्मद दौलत (30), एम सिराजुद्दीन (50), मोहम्मद आजाद खान (40) और मोहम्मद हुसैन (22) शामिल हैं। सभी पंगाल (मुस्लिम) बताए गए हैं। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। घटना के बाद इलाके में तनाव है। प्रशासन का दावा है कि हिंसा पर काबू पा लिया गया है। हालांकि, इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में फिर से कफ्र्यू लगा दिया गया है।
सीएम एन बीरेन सिंह ने एक वीडियो संदेश में हिंसा की निंदा की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने सभी मंत्रियों और सत्ता पक्ष के विधायकों की आपात बैठक भी बुलाई है। मणिपुर 2023 में काफी सुर्खियों में रहा। यहां पिछले साल 3 मई से हिंसा हो रही है। यहां जातीय संघर्ष में 180 से अधिक लोगों की मौतें हुईं। करीब 60 हजार लोग बेघर हो गए।