लंदन । ब्रिटेन की एक महिला ने अपने पेट डॉग की सहायता से अपने बच्चे को जन्म दिया है। महिला ने ही अपने कुत्ते को उसकी सहायता के लिए ट्रेनिंग दी थी। अस्पताल के सीनियर डॉक्टर्स भी काफी घबराए हुए थे, इसलिए महिला के कुत्ते को वार्ड में रहने की इजाजत दी गई। 2 वर्षीय कुत्ते ने एक दाई की तरह गर्भवती महिला का ध्यान रखा। महिला ऑटिज्म से पीड़ित है। यह ब्रिटेन में पहली बार हुआ है जब कोई कुत्ता अपनी मालिक के लेबर पेन के दौरान लेबर यूनिट में साथ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला का नाम एमी टोमकिन है और उसका कुत्ता बेले दोनों सुर्खियों में बने हैं। 
एमी ने बताया कि अगर बेले न होता तो यह बहुत मुश्किल रहता। वह बेले के बिना घर से बाहर जाने की भी नहीं सोच सकती। मिल्टन कीन्स यूनिवर्सिटी अस्पताल में एमी ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया, जिसका नाम ओली रखा। जब से ओली पैदा हुआ है तब से बेले उसका सुरक्षा कवच बनकर साथ है। एमी ने यह भी बताया कि जब उसे पैनिक अटैक आने वाला होता है तो बेले को पता चल जाता है। ऑटिज्म में व्यक्ति ठीक प्रकार से कम्यूनिकेट करने और खुद को एक्सप्रेस करने की क्षमता खो देता है।
 इस बीमारी में दूसरे के व्यवहार और अभिव्यक्ति को समझने की क्षमता कम हो जाती है। इससे पीड़ित लोगों में सामान्य रूप से व्यवहार करने में समस्या होती है।बेले ऑटिज्म से परेशान महिला का सब काम करता है, उसके स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखता है। यहां तक कि शॉपिंग के दौरान कार्ड भी काउंटर पर रखता है। एमी के पास बेले तब से है जब वह पप्पी था ताकि उसे ऑटिज़्म, चिंता और घबराहट के झटकों से निपटने में मदद मिल सके।