भोपाल । कूनो नेशनल पार्क कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। यही वजह है कि यहां रहने वाले चीतों की ठीक से देखरेख नहीं हो पा रही है। पार्क में करीब 50 कर्मचारियों के पद खाली है। चीता प्रबंधन को लेकर वन विभाग के बड़े अधिकारी चिंतित हैं। कूनो नेशनल पार्क में कर्मचारियों के कई पद खाली है। इस वजह से चीतों की ठीक से देखरेख नहीं हो पा रही है।बता दें कि छह चीते खुले जंगल में हैं। एक चीते की देखरेख के लिए तीन शिफ्ट में छह कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है, जो कर्मचारी कम होने से प्रभावित हो रही है। मंगलवार को भी मादा चीता ज्वाला के शावक की मौत के लिए सीधे तौर पर पार्क प्रबंधन को ही जिम्मेदार माना जा रहा है। पार्क में शिकारी गतिविधियां भी बढ़ी हैं, जिसे देखते हुए पार्क संचालक प्रकाश वर्मा का तबादला 23 फरवरी को पेंच टाइगर रिजर्व कर दिया गया था, पर वे आज तक रिलीव नहीं हुए हैं। उधर, मार्च से चीतों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया। पार्क में संचालक, उपसंचालक, रेंजर, डिप्टी रेंजर, वनपाल, वनरक्षक सहित 226 पद हैं। इनमें से वर्तमान में 50 पद खाली हैं। कूनो में चीता लाए जाने के पहले (अगस्त 2022 से अब तक) से खाली पदों को भरने के प्रयास चल रहे हैं। इसके लिए वन बल प्रमुख आरके गुप्ता ने प्रदेशभर के कर्मचारियों से आवेदन मांगे थे, ताकि स्वेच्छा से कर्मचारियों की पदस्थ किया जा सके, पर इतनी लंबी कोशिश के बाद भी 15 पद ही भरे जा सके। हाल ही में वन्यप्राणी मुख्यालय ने वन बल प्रमुख को फिर से खाली पद भरने के लिए पत्र लिखा है।