बमाको: अफ्रीकी देश माली में बड़े उथलपुथल का संकेत मिल रहा है। ओसामा बिन लादेन के आतंकी गुट अल कायदा से संबद्ध समूह जेएनआईएम ने माली में तेजी से अपनी ताकत बढ़ाई है। इस गुट के लड़ाके माली की राजधानी बमाको के करीब पहुंच रहे हैं। देश की सैन्य सरकार और उसके रूसी सहयोगी इस जिहादी समूह का मुकाबला करने में संघर्ष कर रहे हैं। सेना की कोशिश के बावजूद इस गुट ने देश के कई हिस्सों में अपना दबदबा बना लिया है। इनके राजधानी के करीब पहुंचने से एक बड़ी चिंता पैदा हो रही है।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अल कायदा से जुड़े जमात नुसरत अल-इस्लाम अल-मुस्लिमीन (जेएनआईएम) के लड़ाकें बमाकों को घेर रहे हैं। उन्होंने राजधानी आने वाली सड़कें बंद कर दी हैं। वह सैन्य गश्ती दलों और टैंकर ट्रकों पर घात लगा रहे हैं। इससे बमाको में आम जिंदगी पटरी से उतर रही है। खासतौर से तेल की कमी बड़ी परेशानी का सबब बन रही है।
वाहनों को नहीं मिल रहा तेल
बमाको में पिछले कुछ दिनों में पेट्रोल पंपों पर मोटरसाइकिलों और दूसरे वाहनों की लंबी कतारें दिखाई देखी गई हैं। ईंधन की कमी के कारण स्कूल और कॉलेज बंद हैं। इसकी वजह पिछले दो महीनों से जेएनआईएम लड़ाकों के ईंधन आपूर्ति पर किए गए हमले हैं। खासतौर से आइवरी कोस्ट और सेनेगल से आने वाले टैंकरों को लड़ाकों ने निशाना बनाया है
जेएनआईएम ने कैसे बढ़ाई ताकत
जेएनआईएम कई वर्षों से माली में सक्रिय है। इसका गठन 2017 में जिहादी गुटों के एक गठबंधन के रूप में हुआ था। इस गुट ने अल कायदा के प्रति अपनी निष्ठा घोषित की है। हाल के वर्षों में इसकी ताकत बढ़ी है, जिससे मध्य और पश्चिमी माली के अधिकांश हिस्सों में अस्थिरता आई है। इस गुट ने कारखानों, औद्योगिक सुविधाओं, बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और कारीगर सोने के खनन स्थलों पर हमला किया है।
आगे क्या हो सकता है?
रिपोर्ट कहती है कि उग्रवादियों का बमाको पर सीधा हमला करने की कोई तैयारी का कोई संकेत नहीं है। उनकी रणनीति राजधानी को घेरने और सैन्य जुंटा के खिलाफ अशांति भड़काने की प्रतीत होती है। जेएनआईएम के उग्रवादी स्थानीय समुदायों में घुल-मिल जाते हैं और अपने परिवेश को अच्छी तरह समझते हैं।
एक्सपर्ट का कहना है कि जेएनआईएम आबादी के गरीब तबके और जातीय अल्पसंख्यकों के असंतोष और मांगों को व्यक्त करने में बहुत कुशल हो गया है। जेएनआईएम आखिरकार बमाको में अपनी पसंद की सरकार पर जोर देगा, भले ही वे खुद नियंत्रण ना लें। वह अपने मिजाज की सरकार को ला सकता है।



