नई दिल्ली । ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने भारत के खिलाफ आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी श्रृंखला में ओपनिंग के लिए अनकैप्ड खिलाड़ी नाथन मैकस्वीनी को टीम में शामिल करने का सुझाव दिया है। पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया बोर्ड को सलाह दी है कि अनुभवी सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा के साथ नाथन मैकस्वीनी को मैदान में उतारा जाय। पोंटिंग ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब ऑस्ट्रेलिया-ए टीम और इंडिया-ए टीम के बीच मैकेये के मैदान पर अनऑफिशियल टेस्ट मुकाबला चल रहा है, जिसमें मैकस्वीनी शानदार फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं।
पोंटिंग पहले युवा खिलाड़ी सैम कोन्स्टास का समर्थन कर रहे थे, जो साउथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो शतक लगा चुके हैं। पोंटिंग ने कोन्स्टास को भविष्य का सितारा बताते हुए कहा था कि उनके अंदर प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन अपने अनुभव के आधार पर पोंटिंग ने यह भी माना कि उन्हें अभी कुछ चुनौतीपूर्ण पिचों पर खुद को साबित करना बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि कोन्स्टास ने अभी तक ऑप्टस स्टेडियम या गाबा जैसी चुनौतीपूर्ण पिचों पर नहीं खेला है, न ही पिंक बॉल का सामना किया है, जो उन्हें टेस्ट क्रिकेट में पेश आ सकती है। इसी कारण पोंटिंग का मानना है कि इस युवा खिलाड़ी को घरेलू क्रिकेट में और अधिक अनुभव लेना चाहिए ताकि वह खेल की तेज गति और कठिन परिस्थितियों का सामना करने में और बेहतर बन सके।
मौजूदा समय में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा 37 वर्ष के हो चुके हैं और अपने करियर के अंतिम चरण में हैं। पोंटिंग का मानना है कि इस पृष्ठभूमि में मैकस्वीनी जैसे खिलाड़ी को अवसर देना समझदारी भरा कदम होगा। मैकस्वीनी ने पहले भी ऑस्ट्रेलिया-ए टीम की कप्तानी की है और अपने नेतृत्व कौशल के साथ-साथ अपने खेल में भी निरंतरता और उत्कृष्टता दिखाई है। पोंटिंग का यह बयान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में नई प्रतिभाओं को अवसर देने की दिशा में एक संकेत माना जा रहा है।