मनी लान्ड्रिंग केस में ईडी की हिरासत में भेजे गए मंत्री नवाब मलिक
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय ने भगोड़े अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम, उसके सहयोगियों और मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़ी मनी लांड्रिंग जांच के मामले में बुधवार को राकांपा नेता और महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उन्हें अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें तीन मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया। पद पर रहते हुए गिरफ्तार होने वाले वह महाराष्ट्र के पहले कैबिनेट मंत्री हैं। पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को पद से इस्तीफा देने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
करीब छह घंटे चली पूछताछ
62 वर्षीय मलिक को सुबह करीब आठ बजे पूछताछ के लिए दक्षिण मुंबई स्थित ईडी कार्यालय में लाया गया था, करीब छह घंटे चली पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और स्थानीय पुलिस की सुरक्षा में ईडी अधिकारियों द्वारा मेडिकल चेकअप के लिए ले जाए जाने के पहले मलिक ने मीडिया के समक्ष मुस्कराकर मुट्ठी बांधी, हाथ हिलाया और वाहन के अंदर से ही कहा, 'हम लड़ेंगे, जीतेंगे और सभी को बेनकाब करेंगे।'
मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज
अधिकारियों का कहना है कि उनका बयान प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। उन्हें इसी के प्रविधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वह जवाब देने से बच रहे थे। मुंबई में विस्फोटों के दोषियों के साथ कुछ संपत्तियों के सौदों में मलिक के कथित लिंक पर केंद्रीय जांच एजेंसी की नजर थी और इसीलिए उनसे पूछताछ जरूरी हो गई थी।