भारत ने अगले वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 500 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य तय किया है। डीजीएफटी की ओर से कहा गया कि कोरोना महामारी ने देश को विश्व व्यापार के बारे में नए सिरे से सोचने और फिर से कल्पना करने के बारे में सिखाया है। बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए अतिरिक्त महानिदेशक अमिय चंद्रा ने कहा कि दिसंबर 2021 में निर्यात 37.8 अरब डॉलर रहा, जो कि किसी एक महीने का सबसे ऊंचा स्तर है। 

भारत को बड़े लक्ष्य तय करने होंगे
अमेरिका भारत बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) के नए अध्यक्ष अतुल केशप ने शुक्रवार को कहा कि अपने संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति कर चुके अमेरिका और भारत को इन्हें नए स्तर पर ले जाने के साथ द्विपक्षीय कारोबार में 500 अरब डॉलर का महत्वाकांक्षी लक्ष्य हासिल के लिए बड़े लक्ष्य तय करने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दर्शाना आवश्यक है कि अमेरिका और भारत वैश्विक वृद्धि के वाहक हो सकते हैं, 21वीं सदी में समद्धि और वृद्धि के मॉडल बन सकते हैं। वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत-अमेरिका के बीच 2020-21 में कुल द्विपक्षीय कारेाबार 80.5 अरब डॉलर था, 2019-20 में यह 88.9 अरब डॉलर था।