अतिथि शिक्षकों और आशा बहनों का सम्मेलन शीघ्र
हर खेत तक पहुँचेगा सिंचाई का पानी
मैं सवा करोड़ लाड़ली बहनों का भाग्यशाली भाई
गाडरवारा में बनेगा दाल एक्सपोर्ट क्लस्टर
मुख्यमंत्री चौहान गाडरवारा, नरसिंहपुर में विकास पर्व में शामिल हुए
4825 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन/लोकार्पण किया


भोपाल।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं प्रदेश में हर व्यक्ति की जिंदगी बेहतर बनाने के लिये प्राण-प्रण से प्रयास कर रहा हूँ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लिये भगवान का वरदान हैं। उन्होंने पूरी दुनिया में भारत का मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाई है। आज चारों ओर विकास और जन-कल्याण के कार्य हो रहे हैं। एक परिवार की तरह सरकार चल रही है, जिसमें हर सदस्य का पूरा ध्यान रखा जाता है। समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिये कार्य किये जा रहे हैं। हर शासकीय कर्मचारी की बेहतरी का ध्यान रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ ही सहायिकाओं का भी मानदेय बढ़ाया गया है। शीघ्र ही अतिथि शिक्षकों और आशा बहनों की समस्याओं के समाधान के लिये भी सम्मेलन बुलाया जायेगा। रसोइया बहनों का भी ध्यान रखा जायेगा।

मकान के लिये 2.5 लाख की सहायता दी
मुख्यमंत्री चौहान गाडरवारा में जनदर्शन के दौरान विवेकानंद वार्ड निवासी श्रीमती ललिता बाई के घर पहुँचे। चर्चा में श्रीमती ललिता ने बताया कि उनके पति और बड़े बेटे की मृत्यु हो चुकी है। घर कच्चा है और परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री चौहान ने उन्हें घर बनाने के लिये तत्काल ढाई लाख की सहायता राशि का चेक सौंपा। श्रीमती ललिता बाई ने कहा कि आज भैया शिवराज ने मुझे जो स्नेह दिया है, वह मैं कभी भी भूल नहीं सकती। उन्होंने चौहान को आत्मीयता से चाय पिलाई। बहन का अपने प्रति स्नेह देख मुख्यमंत्री चौहान भाव-विभोर हो गये।
जन-दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री चौहान निरंजन वार्ड में नेत्रहीन बालिका संतोष मेहरा से मिले। मुख्यमंत्री चौहान ने उसे स्वेच्छानुदान से 50 हजार रूपये की राशि प्रदान की और अधिकारियों को निर्देश दिये कि उसकी आँखों की जाँच करवा कर हर संभव इलाज कराया जाये। वे श्रीमती सरस्वती सोनझरिया और अन्य बहनों से भी मिले। मुख्यमंत्री चौहान ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी जो भी समस्या होगी उसका त्वरित निराकरण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान आज गाडरवारा, नरसिंहपुर में विकास पर्व में शामिल हुए। उन्होंने विकास कार्यों का लोकार्पण किया और बहनों के साथ संवाद किया। मुख्यमंत्री चौहान ने 4434 करोड़ से अधिक की शक्कर-पेंच लिंक परियोजना के भूमि-पूजन सहित कुल 4825 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण/भूमि-पूजन किया। इनमें 4796 करोड़ 56 लाख के भूमि-पूजन और 28 करोड़ 45 लाख रूपये के कार्यों का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किया। शुभारंभ कन्या-पूजन से किया गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बुनियादी सुविधाओं, सड़क, बिजली, पानी, सिंचाई का निरंतर विस्तार किया जा रहा है। आज प्रदेश में गुणवत्तायुक्त सड़कें, निरंतर बिजली आपूर्ति, स्वच्छ पेयजल और बड़े क्षेत्र में सिंचाई सुविधाएँ हैं। हर घर नल से जल और हर खेत को सिंचाई का पानी दिये जाने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। नरसिंहपुर क्षेत्र में ही 10 हजार करोड़ की सिंचाई परियोजनाओं पर
कार्य हो रहा है। आज 4434 करोड़ की शक्कर-पेंच लिंक सिंचाई परियोजना का शुभारंभ किया गया है। इन परियोजनाओं से नरसिंहपुर क्षेत्र के 197, छिंदवाड़ा क्षेत्र के 95 और गाडरवारा क्षेत्र के 189 गाँव में पानी पहुँचेगा। सिंचाई के विस्तार से नरसिंहपुर एवं आसपास का क्षेत्र कृषि के मामले में पंजाब और हरियाणा जैसा हो जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गाडरवारा में दाल एक्सपोर्ट क्लस्टर बनाया जाएगा। गाडरवारा की दाल प्रसिद्ध हैं, यहाँ दाल एक्सपोर्ट क्लस्टर बनने से किसान बंधु और व्यापारी दोनों ही लाभान्वित होंगे। क्षेत्र की अर्थ-व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन आएगा। मुख्यमंत्री ने सालेचौका में महाविद्यालय प्रारंभ करने, बरमान के शासकीय हाईस्कूल के उन्नयन, गाडरवारा में 300 बिस्तर के अस्पताल के निर्माण और चीचली, मढ़ेसुर और देवगढ़ में सड़क निर्माण की घोषणा की। नगर पंचायत एवं नगरपालिका गाडरवारा के विकास के लिये भी पर्याप्त राशि भी स्वीकृत की जायेगी।

मुख्यमंत्री की घोषणाएँ
    गाडरवारा में दाल एक्सपोर्ट क्लस्टर बनाया जाएगा।
    सालेचौका में नवीन महाविद्यालय प्रारंभ होगा।
    शासकीय हाईस्कूल बरमान का उन्नयन होगा।
    गाडरवारा में 300 बिस्तर के अस्पताल का निर्माण होगा।
    चीचली, मढ़ेसुर और देवगढ़ में सड़क निर्माण होगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैं प्रदेश की सवा करोड़ लाड़ली बहनों का भाग्यशाली भाई हूँ। लाड़ली बहना योजना के माध्यम से बहनों को राशि प्रदान करने के साथ ही उनका आत्म-सम्मान भी बढ़ाया गया है। मदिरा के अहाते बंद किए गए हैं। बेटियों की तरफ गलत नजर से देखने वालों को कड़ी सजा दी जा रही है। आजीविका मिशन में बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिये कार्य किये जा रहे हैं। हर बहन की आमदनी 10 हजार रूपये किये जाने का लक्ष्य है। बहनों को टोल नाके भी संचालन के लिये दिये जा रहे हैं, जिनमें एक लाख रूपये आय पर बहनों को 30 हजार रूपये मिलेंगे। नल-जल योजनाओं की देखरेख का कार्य भी बहनों को दिया गया है। पंचायतों एवं स्थानीय निकायों में बहनों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। बहनों के सशक्तिकरण के लिये हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूर्व सरकार ने संबल, तीर्थ-दर्शन, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित किसानों के कल्याण की योजनाएँ बंद कर दी थीं। जब मेरी मजदूर बहनें प्रसूति के समय नवजात बच्चों को कार्य पर साथ ले जाती थीं, तो मुझे बहुत दुख होता था। मुझे लगता था कि इन्हें भी आराम मिलना चाहिये। इसलिये सरकार ने प्रसूति सहायता योजना चालू की, जिसमें बहनों को बच्चे के जन्म से पहले 4 हजार रूपये और बाद में 12 हजार रूपये प्रदान किये जाते हैं। पुरानी सरकार द्वारा बंद की गई सभी योजनाओं को पुन: चालू किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप प्रदान किए जा रहे हैं। उन्हें उच्च शिक्षा के लिए फीस और टॉपर्स को स्कूटी भी प्रदान की जा रही है। कक्षा 6 और 9 के विद्यार्थियों को अन्य गाँव के विद्यालय जाने पर साइकिल के लिए राशि दी जा रही है। किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण और किसान सम्मान निधि योजना में प्रतिवर्ष 12 हजार रूपए की राशि दी जा रही है।

विभिन्न योजनाओं में हितलाभ वितरण
मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में नए प्रकरणों में लाड़ली बहनों को स्वीकृति-पत्र प्रदान किए। साथ ही रसोइया बहनों को भी हित लाभ दिए गए। राज्य ग्रामीण आजीविका की बहनों को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के अंतर्गत पट्टे भी वितरित किए गए।
जिले के प्रभारी और प्रदेश के वन मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह, सांसद राव उदय प्रताप सिंह, राज्यसभा सदस्य कैलाश सोनी, विधायक जालम सिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति काकोडिया, अन्य जन-प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में लाड़ली बहनें और जन-समुदाय उपस्थित था।