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नई दिल्ली: BCCI द्वारा रोहित शर्मा को ODI कप्तानी से हटाकर शुभमन गिल को कमान सौंपने के फैसले पर मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा था कि तीनों फॉर्मेट में तीन अलग कप्तान रखना लगभग असंभव था। हालांकि, एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस बड़े बदलाव के पीछे एक और महत्वपूर्ण कारण था, चयनकर्ता नहीं चाहते थे कि रोहित ड्रेसिंग रूम में अपनी मर्जी चलाएं, जिससे टीम का माहौल नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सके। इस खुलासे ने हर किसी को हैरान कर दिया है।

रोहित का कद बड़ा होने के कारण माहौल खराब होने का डर

TOI की रिपोर्ट के अनुसार, BCCI सूत्र ने इस बड़े कारण का खुलासा किया। चूंकि रोहित शर्मा ने टेस्ट और T20I से संन्यास ले लिया है और अब केवल ODI फॉर्मेट खेलते हैं, जो सबसे कम खेला जाता है, इसलिए उनका कप्तान बने रहना टीम के लिए समस्या पैदा कर सकता था।

BCCI के सूत्र ने बताया, ‘एक खिलाड़ी के तौर पर रोहित का कद बहुत बड़ा है। अगर वह कप्तान रहते तो ड्रेसिंग रूम में अपनी सोच को लागू करते। लेकिन वह सिर्फ ODI खेलते हैं। ऐसे में यह टीम के माहौल को खराब कर सकता था।’ चयनकर्ताओं को डर था कि सीमित फॉर्मेट में रोहित का दबदबा लंबे समय तक टीम कल्चर के लिए ठीक नहीं होगा

गंभीर और अगरकर की 2027 वर्ल्ड कप की योजना

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यह फैसला कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने मिलकर लिया है। गंभीर ने हेड कोच के रूप में शुरुआत में भले ही कम दखल दिया हो, लेकिन न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद उन्होंने नेतृत्व पर मजबूती से कमान संभालनी शुरू कर दी थी।

सूत्रों के अनुसार, गंभीर और अगरकर 2027 ODI वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर भविष्य की योजना बना रहे हैं। वे नहीं चाहते थे कि रोहित और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों का प्रदर्शन अचानक गिर जाए। गिल को जल्द कप्तान बनाकर, वे चाहते हैं कि वह अगले दो सालों में टीम को अपने तरीके से तैयार करें। अब ऑस्ट्रेलिया में रोहित और कोहली दोनों गिल की कप्तानी में खेलेंगे। यह फैसला भारतीय क्रिकेट के आने वाले भविष्य को बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।