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मध्यप्रदेश राज्य वक्फ बोर्ड मुख्यालय में सोमवार को एक दिवसीय काजी कॉन्फ्रेंस (कार्यशाला) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सनवर पटेल (कैबिनेट मंत्री दर्जा) ने की।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऑनलाइन जुड़कर कार्यशाला को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने के लिए देश में बनी वस्तुओं के उपयोग को प्राथमिकता देना हर नागरिक का कर्तव्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा वैश्विक टैरिफ वार के बीच भारत को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है।

उन्होंने वक्फ बोर्ड द्वारा समाजहित में किए जा रहे नवाचारों और वक्फ संशोधित अधिनियम-2025 के तहत चल रही योजनाओं की सराहना करते हुए इसे एक सराहनीय पहल बताया।

प्रदेशभर से आए काजी ने की भागीदारी कॉन्फ्रेंस में रियासत भोपाल के काजी-ए-शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी, मध्य प्रदेश काजी काउंसिल के अध्यक्ष काजी सैयद इशरत अली, मध्य प्रदेश काजी काउंसिल उपाध्यक्ष काजी खलीक उर्रहमान, मुफ्ती-ए-शहर भोपाल अबुल कलाम कासमी सहित प्रदेश के लगभग सभी जिलों के काजी शामिल हुए।

कार्यक्रम का आरंभ कुरआन की तिलावत से हुआ। काजी सैयद मुश्ताक नदवी ने अपने संबोधन में समाज की बुराइयों पर नियंत्रण और शादी-निकाह को इबादत समझकर सादगी से करवाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि काजी अपने-अपने जिलों में स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के प्रति जनजागरण करें ताकि भारत आत्मनिर्भर बने।

स्वदेशी को बताया शरई मसला मुफ्ती अबुल कलाम कासमी ने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग कोई राजनीतिक नहीं, बल्कि शरई मसला है। हमें अपने देश में बनी चीजों को अपनाकर देश को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए।

वहीं काजी खलीक उर्रहमान ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के आह्वान पर सभी को स्वदेशी अपनाने का संकल्प लेना चाहिए।

अध्यक्ष डॉ. सनवर पटेल ने अपने संबोधन में वक्फ बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे कार्यों, नवाचारों और वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा पर विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि वक्फ संशोधित अधिनियम 2025 की रोशनी में संपत्तियों के संरक्षण, विकास और वाकिफ की मंशा के अनुरूप कार्य सुनिश्चित किए जा रहे हैं।