Spread the love

रायपुर।  नक्सल विरोधी अभियान के बीच शांति-वार्ता की करने वाले ये कौन लोग हैं जो मध्यस्थता की बात कर रहे हैं? झीरम और एर्राबोर कांड हुआ था, तब ये लोग कहां थे? इनसे कोई बात नहीं होगी। जिन्हें बात करनी है, वो चुपचाप चि_ी छोड़कर चले गए हैं। नक्सल पीडि़त राष्ट्रपति से मिलकर आए हैं। उक्त बातें उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी अल्पसंख्यक और पीडि़त फिलहाल छत्तीसगढ़ में रह सकते हैं और नागरिकता के लिए आवेदन भी कर सकते हैं। पाकिस्तानी हिन्दुओं को वापस भेजने के मसले पर केंद्र सरकार से मार्गदर्शन मांगा गया था। केन्द्र सरकार ने कहा है कि पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के अलावा वहां जो पीडि़त रहे हैं, फिलहाल यहां रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तानी हिन्दू समुदाय के लोग सीएए के तहत आवेदन कर सकते हैं।