दुर्ग । कलेक्टर अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन और जनपद पंचायत धमधा के सहयोग से ग्राम पंचायत पथरिया एस में फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) का सफल क्रियान्वयन किया गया है। कलेक्टर अभिजीत सिंह एवं सीईओ के नेतृत्व में इस स्वच्छता संबंधी महत्वपूर्ण परियोजना को वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रारंभ किया गया।
एफएसटीपी की स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। चूंकि सेप्टिक टैंक तकनीक से निर्मित शौचालयों का उपयोग 3 से 4 वर्ष हो चुका है, अब इन टैंकों को खाली कराने का अभियान भी सक्रिय रूप से प्रारंभ कर दिया गया है। फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्देश्य सेप्टिक टैंकों से निकलने वाले ठोस और तरल अपशिष्टों का सुरक्षित रूप से निपटान करना, रोगाणुओं, बैक्टीरिया और विषाणुओं को समाप्त करना, पर्यावरण को प्रदूषण से बचाना तथा स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी बजरंग कुमार दुबे ने बताया कि फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्वच्छता सुविधा है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को मजबूती प्रदान करती है। इस प्लांट में फिकल स्लज को संकलित कर विशेष वाहनों के माध्यम से प्लांट तक लाया जाता है, जहाँ उसका वैज्ञानिक तरीके से उपचार किया जाता है। उपचार के बाद ठोस अपशिष्ट को वर्मी कंपोस्ट या खाद के रूप में पुनः उपयोग के लिए तैयार किया जाता है, वहीं तरल अपशिष्ट को उपचारित कर जल पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है।
प्रारंभिक चरण में सबसे बड़ी चुनौती बिना डी-स्लज वाहन के प्लांट को सक्रिय करना था। इस समस्या के समाधान हेतु जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत धमधा एवं अहिवारा में उपलब्ध डी-स्लज वाहनों की सहायता से कार्य प्रारंभ किया गया। इसके साथ ही राज्य कार्यालय से ग्रामीण क्षेत्र हेतु स्थायी डी-स्लज वाहन की मांग की गई, जिसके तहत आईसीआईसीआई बैंक रायपुर के सीएसआर फंड से जिला दुर्ग को एक डी-स्लज वाहन प्रदाय किया गया। यह वाहन अब ग्राम पंचायत पथरिया एस एवं लिटिया में स्थापित एफएसटीपी में उपयोग किया जा रहा है। वर्तमान में यह वाहन ग्राम पंचायत पथरिया एस को सौंपा गया है और उसका संचालन एवं संधारण ग्राम पंचायत द्वारा किया जा रहा है।