राजनांदगांव । भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचनों में दिव्यांग मतदाताओं का मतदाता सूची में पंजीकरण एवं उनकी शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के मार्गदर्शन में स्वीप कार्य योजना अंतर्गत डिस्ट्रिक्ट मोनिटरिंग कमेटी ऑन एक्सेसिबल इलेक्शन (डीएमसीएई) की बैठक अपर कलेक्टर प्रेमप्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री हितेश्वरी बाघे उपस्थित थी। बैठक में बताया गया कि आगामी निर्वाचनों में दिव्यांग मतदाताओं के अनुकूल सुगम एवं समावेशी मतदान बनाने के संबंध में विस्तृत चर्चा करने, कार्ययोजना तैयार करने एवं इसके क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर एवं विधानसभा क्षेत्र स्तर पर समिति का गठन किया गया है। मतदान प्रक्रिया को दिव्यांग मतदाताओं के अनुकूल सुगम मतदान बनाने के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि मतदाता सूची में सभी पात्र दिव्यांग मतदाताओं का पंजीकरण सुनिश्चित किए जाने के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र के बूथ लेवल अधिकारी का उन्मुखीकरण किया जाएगा। बूथ लेवल अधिकारी को घर-घर सर्वे के दौरान प्रत्येक मतदान केंद्र में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या एवं नि:शक्तता के प्रकार की जानकारी संकलित करने निर्देशित किया गया। मतदान केन्द्र स्तर पर दिव्यांगजनों की जानकारी एकत्रित कर शत-प्रतिशत मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोडऩे, सभी मतदान के पात्र दिव्यांगजनों का मतदाता सूची से मिलान करने, छूटे हुए मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज करने कहा गया। दिव्यांगजनों के यूडीआईडी कार्ड बनाते समय यह सुनिश्चित करने कहा गया, यदि वह 18 वर्ष का हो गया हो तो उसका नाम मतदाता सूची में दर्ज है। प्रत्येक मतदान केन्द्र में मतदाता सूची का मिलान कर गांव के सभी दिव्यांगजनों का नाम जोड़ा जाएगा। दिव्यंागजनों के शिक्षण एवं पुनर्वास के लिए कार्यरत संस्थाओं के माध्यम से हितग्राहियों का मतदाता सूची में पंजीयन एवं मतदान हेतु प्रेरित करने समन्वयित आयोजन संपन्न किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि मतदान के समय मतदान केन्द्र में दिव्यांग मतदाता की सुविधा के लिए रैंप, व्हील चेयर, ट्राई साइकिल की व्यवस्था की जाती है। ऑडियो-वीडियो के माध्यम से निर्वाचन प्रक्रिया की जानकारी उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाता है। निर्वाचन के दौरान मतदान कक्ष तक पहुंचने के लिए पर्याप्त चिन्ह लगा होता है, जिससे मतदान कक्ष तक पहुंचना आसान बनाया जा सके। दृष्टिहीन मतदाताओं को ईवीएम ब्रेल चिन्हांकन किए जाने हेतु डमी बैलेट सीट उपलब्ध कराया जाता है। विगत लोकसभा एवं विधानसभा आम निर्वाचनों में उपलब्ध कराया गया था। सभी दृष्टिबाधित मतदाताओं को सुगम मतदान हेतु ब्रेल लिपि में मतदाता पहचान पत्र बीएलओ के माध्यम से वितरण कराने एवं आयोग के निर्देशानुसार दिव्यांग मतदाताओं को डाक मत पत्र के माध्यम से मतदान (होम वोटिंग) कराये जाने का प्रावधान किया गया है। तदनुसार प्रचार-प्रसार किया जाना है। मतदाता सूची में दर्ज दिव्यांग मतदाताओं को मतदान के दौरान कतार में ना खड़ा करते हुए प्राथमिकता से उन्हें मतदान हेतु प्रवेश दिया जाता है। दिव्यांगों एवं नि:शक्त मतदाताओं की सुविधा हेतु सभी मतदान केंद्र भूतल पर हैं एवं मतदान केन्दों में एएमएफ की उपलब्धता सुनिश्चित किया गया है। आगामी विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में सहयोग की आवश्यकता वाले दिव्यांगजनों के सुविधा हेतु चयनित नगरीय व ग्रामीण मतदान केन्द्रों में क्विक रिस्पांस टीम का गठन किया जाएगा। चयनित नगरीय व ग्रामीण मतदान केन्द्रों में दिव्यांगजनों की आवागमन सुविधा हेतु दिव्यांग रथ उपलब्ध कराया जाएगा। चयनित नगरीय व ग्रामीण मतदान केन्द्रों में सहयोग की आवश्यकता वाले दिव्यांगजनों के सहयोग हेतु एनसीसी, स्काउट गाईड, एनएसएस, इको क्लब, चुनाव पाठशाला (भावी मतदाता) के छात्र-छात्राओं द्वारा दिव्यांगजनों को सहयोग प्रदान किया जाएगा। दिव्यांग मतदाताओं के सुगम मतदान को सुनिश्चित करने हेतु मतदान केन्द्र में दी जा रही सेवाओं और सुविधाओं का प्रचार प्रसार किया एवं टोल फ्री नंबर 1950 का प्रचार -प्रसार किया जाएगा। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन, उप संचालक जनसंपर्क सुरेन्द्र शुक्ल, अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग पीके सिंघानिया, जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन एवं सहायक नोडल अधिकारी स्वीप श्रीमती रश्मि सिंह, सहायक कार्यक्रम समन्वयक समग्र शिक्षा श्रीमती प्रणीता शर्मा, दिव्यांगजनों हेतु कार्यरत संस्था आस्था संरक्षक के हेमंत तिवारी, अभिलाषा के प्रशासक दिलीप श्रीवास्तव, सहित संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।