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 प्रतापगढ़: हर साल की तरह इस बार भी पूरे देश में धूम-धड़ाके के साथ दीपावली मनाई गई। इस त्‍योहार की धमक पड़ोसी देश पाकिस्‍तान में भी रही। वहां रिफ्यूजी कैंप में रह रहे हिंदू शरणार्थियों ने भी रौशनी के इस त्‍योहार को पूरे उत्‍साह के साथ मनाया। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों की इसके लिए आर्थिक मदद मुहैया कराई। रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले हिंदुओं ने सोशल मीडिया के माध्‍यम से राजा भैया का आभार जताया है।रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले निखिल चंदवानी ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि कैसे राजा भैया ने उनसे वॉट्सऐप के जरिये संपर्क किया और कैसे उन्‍होंने जरूरत से चार गुना ज्‍यादा पैसा उनको भेजा ताकि सभी हिंदू परिवार नए कपड़े और पटाखे खरीद सकें। निखिल चंदवानी ने राजा भैया से बातचीत का ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वीडियो में शेयर किया है।

‘बैनर केवल बजरंगबली का रहे’

निखिल चंदवानी ने यह भी बताया कि राजा भैया ने इसके लिए किसी तरह का श्रेय लेने से मना कर दिया। जब उन्‍होंने पूछा कि आपके नाम से एक बैनर रिफ्यू कैंप पर लगा दें तो राजा भैया ने मना कर दिया। उन्‍होंने कहा कि बैनर केवल बजरंगबली और हनुमान जी का रहे।

4 गुना ज्‍यादा पैसा भेजा

अपने वीडियो में पाकिस्‍तानी रिफ्यूजी निखिल चंदवानी ने बताया कि राजा भैया ने उनको वॉट्सऐप मैसेज के माध्यम से पूछा था कि रिफ्यूजी कैंप में रह रहे लोगों को दीपावली मनाने में कितना खर्च आएगा। राजा भैया को जितना अमाउंट बताया गया था उन्‍होंने उससे 4 गुना अधिक भिजवा दिया। शिविर में दिवाली का आयोजन किया, जिससे शरणार्थी हिंदुओं के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। वहां पर रह रहे बच्चों के चेहरे पर उपहार पाकर खुशी देखने को मिली।

आठ सालों से कर रहे आर्थिक मदद

पाकिस्‍तानी शरणार्थियों का कहना है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कुंडा विधायक राजा भैया ही ऐसे भारतीय नेता हैं जो पिछले 8 साल से उनका निस्वार्थ भाव से साथ दे रहे हैं। निखिल का कहना है कि मेरे अनाथ पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों ने आज दिवाली मनाई, इसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं।

जोधपुर में हुई थी पाक शरणार्थियों से मुलाकात

आपको बता दें कि राजा भैया ने राजस्थान के जोधपुर में पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान से आए इन शरणार्थी परिवारों को आर्थिक मदद दी थी और शिविर में दिवाली का आयोजन किया, जिससे पूरे शिविर में शरणार्थी हिंदुओं के चेहरे पर खुशी देखने को मिली थी